सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स क्लियर करने के बाद सिविल सर्विसेज मेंस (Civil Services Mains) की बारी आती है। सिविल सर्विसेज मेंस (Civil Services Mains) की तैयारी बहुत से कैंडिडेट्स को परेशान करती है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप कड़ी मेहनत, बेहतरीन स्ट्रैटिजी और स्मार्ट तरीके से तैयारी करके इस मुश्किल परीक्षा को क्लियर कर सकते हैं। आइए आज आपको सिविल सर्विसेज मेंस (Civil Services Mains) की तैयारी के बारे में बताते हैं।
कुल नौ पेपर
इसमें जनरल स्टडी के चार पेपर, 2 ऑप्शनल पेपर, 1 निबंध का पेपर, 2 क्वालिफाइंग लैंग्वेज के पेपर होते हैं।
आंसर लिखने में क्वॉलिटी का ध्यान रखें
आपने तैयारी पर कितनी मेहनत की, यह मायने नहीं रखता है बल्कि आपने कॉपी में क्या लिखा है, वही आपका भविष्य तय करेगा। इसलिए किसी भी सवाल का जवाब लिखते समय आपका ध्यान गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर होना चाहिए।
आपको यह पता होना चाहिए कि किसी खास सवाल के जवाब में असल में क्या लिखना है। कभी टॉपिक से परे न जाएं। परीक्षक को सवाल के जवाब के अलावा अतिरिक्त कुछ और आपसे जानने की जरूरत नहीं है। मुख्य बिंदुओं पर ही ध्यान केंद्रित करें और उनको अच्छे तरीके से समझाएं। जहां कहीं भी आपको जरूरत महसूस हो, वहां उदाहरण का इस्तेमाल करें।
जहां कहीं भी जरूरत हो, वहां अहम शब्दों और वाक्यों को हाइलाइट (अंडरलाइन) करें। उदाहरण के लिए, अगर आप चंद्रयान पर किसी सवाल का जवाब लिख रहे हैं तो चंद्रयान-2, इसरो और वैज्ञानिकों के नाम को हाइलाइट कर दें। इसके अलावा इस मिशन से जुड़ी जो भी चीजें अहम हैं जैसे चंद्रयान-2 के हिस्सों के नाम आदि को हाइलाइट जरूर कर दें।
नोट्स बनाने पर फोकस करें
अलग-अलग विश्वसनीय स्रोतों से लिखित नोट्स बनाएं। इससे न सिर्फ आपको अच्छी क्वॉलिटी के उत्तर लिखने में मदद मिलेगी बल्कि विषयों को लेकर आपकी जानकारी भी बढ़ेगी।
इंटरनेट पर संबंधित वेबसाइटों को देखते रहें और उनके लिंकों को अपने फोल्डर्स में जमा करते रहें। उन लिंकों की मदद से लिखित नोट्स बनाएं। लिखित नोट्स बनाने का एक फायदा यह होता है कि बहुत सी चीजें आपको याद भी हो जाती हैं।
टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें
परीक्षा के दौरान समय कम होता है और सवाल ज्यादा। इससे निपटने के लिए आपको शुरू से ही समय के सही प्रबंधन की कला सीखनी होगी। इसके लिए आप बार-बार मॉक टेस्ट की मदद ले सकते हैं। मॉक टेस्ट से आपको कम समय में संतुलित आंसर लिखने की कला पर दक्षता हासिल करने में मदद मिलती है।
जनरल स्टडी के पेपर की तैयारी
जनरल स्टडी में रट्टा मारने पर ध्यान न दें। सवालों की थीम को समझें तो ज्यादा फायदा होगा। नीचे बताए गए पांच काम के टिप्स जरूर आजमाएं...
आईसीएसई और एनसीईआरटी की किताबों की मदद से अपनी बुनियादी जानकारी को मजबूत करें
क्वान्टिटी की जगह क्वॉलिटी को प्राथमिकता दें। जब तक पिछला टॉपिक अच्छी तरह से क्लियर नहीं हो जाए, अगले टॉपिक को न पकड़ें।
लिखित प्रैक्टिस पर ज्यादा समय दें। जितनी ज्यादा आप प्रैक्टिस करेंगे, उतना ज्यादा बेहतर रिजल्ट आएगा।
रोजाना, हफ्ते में एक बार, महीने में एक बार रिवाइज जरूर करें। इससे आपको उन चीजों को अच्छी तरह याद रखने में मदद मिलेगी, जो आपने याद किया है।
कम से कम ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट सीरीज में जरूर हिस्सा लें। इससे आपको तैयारी का स्तर पता चलेगा और कमियां सामने आएंगी जिसे दूर करके सफलता का रास्ता खुलेगा।
ऑप्शनल सब्जेक्ट की तैयारी
ऐच्छिक विषय की तैयारी तो प्रीलिम्स के समय से ही शुरू कर देनी चाहिए। कई छात्र प्रीलिम्स को खत्म होने का इंतजार करते हैं और उसके बाद सिविल सर्विसेज मेंस के ऐच्छिक विषय की तैयारी करते हैं। इस तरह वे अपना एक कीमती साल बर्बाद कर देते हैं।
जीएस पेपर्स में आप जो मार्क गंवाएंगे उसकी भरपाई ऐच्छिक विषय से हो सकती है। इसलिए शुरुआत से ही ऐच्छिक विषय को गंभीरता से लेना चाहिए। जो कुछ भी ऐच्छिक विषय चुनें, उस पर मजबूत पकड़ बनाएं।
निबंध की तैयारी के लिए क्या करें?
कुल नौ पेपर
इसमें जनरल स्टडी के चार पेपर, 2 ऑप्शनल पेपर, 1 निबंध का पेपर, 2 क्वालिफाइंग लैंग्वेज के पेपर होते हैं।
आंसर लिखने में क्वॉलिटी का ध्यान रखें
आपने तैयारी पर कितनी मेहनत की, यह मायने नहीं रखता है बल्कि आपने कॉपी में क्या लिखा है, वही आपका भविष्य तय करेगा। इसलिए किसी भी सवाल का जवाब लिखते समय आपका ध्यान गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर होना चाहिए।
आपको यह पता होना चाहिए कि किसी खास सवाल के जवाब में असल में क्या लिखना है। कभी टॉपिक से परे न जाएं। परीक्षक को सवाल के जवाब के अलावा अतिरिक्त कुछ और आपसे जानने की जरूरत नहीं है। मुख्य बिंदुओं पर ही ध्यान केंद्रित करें और उनको अच्छे तरीके से समझाएं। जहां कहीं भी आपको जरूरत महसूस हो, वहां उदाहरण का इस्तेमाल करें।
जहां कहीं भी जरूरत हो, वहां अहम शब्दों और वाक्यों को हाइलाइट (अंडरलाइन) करें। उदाहरण के लिए, अगर आप चंद्रयान पर किसी सवाल का जवाब लिख रहे हैं तो चंद्रयान-2, इसरो और वैज्ञानिकों के नाम को हाइलाइट कर दें। इसके अलावा इस मिशन से जुड़ी जो भी चीजें अहम हैं जैसे चंद्रयान-2 के हिस्सों के नाम आदि को हाइलाइट जरूर कर दें।
नोट्स बनाने पर फोकस करें
अलग-अलग विश्वसनीय स्रोतों से लिखित नोट्स बनाएं। इससे न सिर्फ आपको अच्छी क्वॉलिटी के उत्तर लिखने में मदद मिलेगी बल्कि विषयों को लेकर आपकी जानकारी भी बढ़ेगी।
इंटरनेट पर संबंधित वेबसाइटों को देखते रहें और उनके लिंकों को अपने फोल्डर्स में जमा करते रहें। उन लिंकों की मदद से लिखित नोट्स बनाएं। लिखित नोट्स बनाने का एक फायदा यह होता है कि बहुत सी चीजें आपको याद भी हो जाती हैं।
टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें
परीक्षा के दौरान समय कम होता है और सवाल ज्यादा। इससे निपटने के लिए आपको शुरू से ही समय के सही प्रबंधन की कला सीखनी होगी। इसके लिए आप बार-बार मॉक टेस्ट की मदद ले सकते हैं। मॉक टेस्ट से आपको कम समय में संतुलित आंसर लिखने की कला पर दक्षता हासिल करने में मदद मिलती है।
जनरल स्टडी के पेपर की तैयारी
जनरल स्टडी में रट्टा मारने पर ध्यान न दें। सवालों की थीम को समझें तो ज्यादा फायदा होगा। नीचे बताए गए पांच काम के टिप्स जरूर आजमाएं...
आईसीएसई और एनसीईआरटी की किताबों की मदद से अपनी बुनियादी जानकारी को मजबूत करें
क्वान्टिटी की जगह क्वॉलिटी को प्राथमिकता दें। जब तक पिछला टॉपिक अच्छी तरह से क्लियर नहीं हो जाए, अगले टॉपिक को न पकड़ें।
लिखित प्रैक्टिस पर ज्यादा समय दें। जितनी ज्यादा आप प्रैक्टिस करेंगे, उतना ज्यादा बेहतर रिजल्ट आएगा।
रोजाना, हफ्ते में एक बार, महीने में एक बार रिवाइज जरूर करें। इससे आपको उन चीजों को अच्छी तरह याद रखने में मदद मिलेगी, जो आपने याद किया है।
कम से कम ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट सीरीज में जरूर हिस्सा लें। इससे आपको तैयारी का स्तर पता चलेगा और कमियां सामने आएंगी जिसे दूर करके सफलता का रास्ता खुलेगा।
ऑप्शनल सब्जेक्ट की तैयारी
ऐच्छिक विषय की तैयारी तो प्रीलिम्स के समय से ही शुरू कर देनी चाहिए। कई छात्र प्रीलिम्स को खत्म होने का इंतजार करते हैं और उसके बाद सिविल सर्विसेज मेंस के ऐच्छिक विषय की तैयारी करते हैं। इस तरह वे अपना एक कीमती साल बर्बाद कर देते हैं।
जीएस पेपर्स में आप जो मार्क गंवाएंगे उसकी भरपाई ऐच्छिक विषय से हो सकती है। इसलिए शुरुआत से ही ऐच्छिक विषय को गंभीरता से लेना चाहिए। जो कुछ भी ऐच्छिक विषय चुनें, उस पर मजबूत पकड़ बनाएं।
निबंध की तैयारी के लिए क्या करें?
- स्टैंडर्ड लेखकों द्वारा लिखित किताबों को पढ़ें
- दुनिया भर में हो रही घटनाओं से अवगत रहें
- राष्ट्रीय दैनिकों के संपादकीय को रोजाना पढ़ें
- योजना और कुरुक्षेत्र पत्रिकाओं को नियमित रूप से पढ़ें
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय न्यूज चैनलों पर डिबेट्स देखें
- किसी भी चीज की ज्यादा प्रशंसा या फिर ज्यादा आलोचना
- भड़कीली भाषा
- निजी होना
- कोट्स बदलना
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