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NEET UG: जानें एग्जाम पैटर्न, सिलेबस, मार्किंग स्कीम और तैयारी के बारे में

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NEET देश की सबसे बड़ी चिकित्सा प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। इसके माध्यम से हर साल देश के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में करीब 90,000 एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों को भरा जाता है। ध्यान रहे कि इसमें एम्स यानी ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और जिपमेर यानी जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रैजुएट मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च शामिल नहीं है। ये दोनों संस्थान अपनी प्रवेश परीक्षाओं का अलग से आयोजन करते हैं। मार्च 2018 में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने विदेश अध्ययन की योजना बना रहे मेडिकल के उम्मीदवारों के लिए NEET को अनिवार्य बना दिया। NEET UG को 2013 में रद्द कर दिया गया था लेकिन साल 2016 से फिर से कॉमन मेडिकल एंट्रेंस के तौर पर इसकी वापसी हो गई। आइए आज आपको NEET के एग्जाम पैटर्न, सिलेबस, मार्किंग स्कीम, तैयारी के टिप्स और अहम टॉपिक के बारे में बताते हैं...

नीट यूजी एग्जाम पैटर्न (NEET UG Exam Pattern)
नीट यूजी की परीक्षा 3 घंटे की होती है और यह अभी तक ऑफलाइन मोड में होती है। ऑफलाइन मोड का मतलब है कि छात्रों को कागज और कापी मोड में परीक्षा देनी होती है। सवाल मल्टिपल चॉइस प्रकार के होते हैं। इसका मतलब यह है कि एक सवाल के चार विकल्प होंगे जिनमें से एक सही विकल्प का चुनाव करना होता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी और बोटनी से 45-45 सवाल होते हैं यानी कुल 180 सवाल होते हैं। छात्रों को ओएमआर शीट में अपना जवाब मार्क करना होगा।

नीट यूजी मार्किंग स्कीम (NEET UG Marking Scheme)
सही सवालों के लिए चार मार्क्स मिलेंगे। हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त कटेंगे। इसका मतलब हुआ कि अगर आपने एक सवाल गलत किया तो कुल 5 नंबर कटेंगे। जिस सवाल का जवाब नहीं देंगे, उसके लिए कोई नंबर नहीं मिलेगा। एक बार मार्क करने के बाद दूसरा आंसर नहीं बदल सकते हैं। एक साथ कई सवालों पर सही का निशान लगाते हैं तो उसको गलत माना जाएगा।

नीट यूजी अहम टॉपिक (NEET UG Important Topics)
आपकी आसानी के लिए हमने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी के कुछ अहम टॉपिक्स चुने हैं जिनसे सवाल ज्यादा आते हैं जिनको आप नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं।

फिजिक्स में कुल छह टॉपिक अहम हैं जो इस तरह से हैं...
Electrodynamics
Wave Optics
Semi-Conductors
Modern Physics
Rigid Body Dynamics
KTG & Thermodynamics

केमिस्ट्री
Chemical Bonding
Coordination Compounds
Carbonyl Compounds
Organic Chemistry- I

बायॉलजी
Plant Anatomy
Pollination
DNA Replication
Photosynthesis
PAGE Theory
Endocrine System
Excretory and Nervous System
Digestive System

नीट यूजी पेपर की भाषा (NEET UG Language of Question paper)
सभी परीक्षा केंद्रों पर आमतौर पर हिंदी और इंग्लिश भाषा में पेपर उपलब्ध होंगे। लेकिन कोई क्षेत्रीय भाषा का चुनाव किया है, तो उसी हिसाब से केंद्र आवंटित किया जाएगा। इंग्लिश और हिंदी में पेपर तो खैर सभी परीक्षा केंद्रों पर रहेगा और क्षेत्रीय भाषा में खास प्रदेशों के मुताबिक होगा जिनकी डीटेल्स नीचे है
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तेलुगु भाषा में
पश्चिम बंगाल में बंगाली में
कर्नाटक में कन्नड़ भाषा में
गुजरात, दमन, दादर और नगर हवेली में गुजराती भाषा में
तमिलनाडु में तमिल भाषा में
असम में असमिया भाषा में
ओडिशा में उड़िया भाषा में

नीट यूजी तैयारी के टिप्स (NEET UG Preparation Tips)
किसी भी परीक्षा को क्लियर करने के लिए एक बेहतरीन रणनीति के साथ की गई तैयारी जरूरी होती है। उसमें हर पहलू पर ध्यान देना होता है। आइए आपको तैयारी के कुछ खास टिप्स के बारे में बताते हैं...

ऐसा टाइमटेबल बनाएं जिन पर अमल करना आसान
टाइमटेबल बनाकर तैयारी करने से ज्यादा फायदा होता है। लेकिन टाइमटेबल ऐसा हो जिस पर अमल करना आसान हो। मसलन आप 24 घंटे में से 8 घंटे तैयारी पर नहीं दे पाएं। अगर आप 8 घंटे के हिसाब से टाइमटेबल बनाते हैं तो परेशानी होगा। कुछ समय आपको मनोरंजन के लिए भी निकालना चाहिए जिससे कि दिमाग फ्रेश हो सके और आपके अंदर नई ऊर्जा पैदा हो। जो टाइमटेबल बनाएं, उसमें अपनी कमजोरी और मजबूती के आधार पर समय आवंटित करें। जो मुश्किल टॉपिक है और जिनमें आप कमजोर हैं, उनको ज्यादा समय दें। जो विषय आसान लगता हो, उस पर कम समय दें।

बुनियाद से शुरू करें
आपको अपनी तैयारी एनसीईआरटी स्टैंडर्ड की किताबों से करना चाहिए। इससे आपकी बेसिक्स मजबूत होगी। अहम फॉर्म्युलों को एक जगह नोट कर लें और बार-बार उनको देखें। इससे फॉर्म्युला अच्छी तरह याद हो जाएगा। अहम विषयों का नोट्स बना लें। नोट्स को रिवाइज करने में आसानी रहती है।

नियमित रूप से अभ्यास करें
नीट की तैयारी के दौरान नियमित रूप से अभ्यास जरूरी है। इससे आपको अपनी कमी का पता चल जाता है और उसे समय रहते दूर कर सकते हैं। आपको नियमित रूप से मॉक टेस्ट देना चाहिए।

रिवाइज जरूर करें
भले ही किसी विषय पर आपकी पकड़ बहुत अच्छी है लेकिन आपको नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए। नीट की तैयारी के लिए रिविजन जरूरी है।

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