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MAT EXAM: जानें एग्जाम पैटर्न, सिलेबस और मार्किंग स्कीम को

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मैट एग्जाम या मैनेजमेंट ऐप्टिट्यूड टेस्ट एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। इसका आयोजन एमबीए/पीजीडीएम कोर्सों में दाखिले के लिए ऑल इंडिया मैनेजमेंट असोसिएशन (एआईएमए) द्वारा किया जाता है। मैट एग्जाम का आयोजन साल में चार बार-फरवरी, मई, सितंबर और दिसंबर में किया जाता है। एग्जाम पास करने वाले छात्रों को उन 600 से ज्यादा बिजनस स्कूलों में से किसी में दाखिला मिल सकता है जहां मैट के स्कोर को स्वीकार किया जाता है। मैट एग्जाम के लिए पंजीकरण के समय छात्रों को उन संस्थानों के नाम का उल्लेख करना होता है, जहां वे दाखिला लेना चाहते हैं। फिर एआईएम मैट के स्कोर कम से कम पांच प्रबंधन संस्थानों को भेजा जाता है। आइए आज इसके सिलेबस, एग्जाम पैटर्न, मार्किंग स्कीम और तैयारी के बारे में जानते हैं...

मैट सिलेबस-मैथ्स (MAT Syllabus-Maths)
Ratio, Profit & Loss, Averages, Time-Speed-Distance, Time & Work, Partnerships, Percentages, Algebra, Geometry, Mensuration, Trigonometry to Cubes, Number System, Probability आदि

मैट सिलेबस-लैंग्वेज कॉम्प्रिहेंशन (MAT Syllabus - Language Comprehension)
Synonyms and Antonyms, Idioms, Fill in the blanks, Odd word out, Jumbled words and sentences, Para jumbles, Sentence correction

मैट सिलेबस-डेटा अनैलिसिस और सफिशंसी (MAT Syllabus - Data Analysis and Sufficiency)
Caselet, Bar graph, Line graph, Pie Chart, Mixed charts and graphs, Table, Data Sufficiency, Data Comparison

मैट सिलेबस-इंटेलिजेंस और क्रिटिकल रीजनिंग (MAT Syllabus - Intelligence and Critical Reasoning)
Analogy, Series, Statement-Conclusion, Family Tree/Relation, Directions, Analytical Reasoning, assertion Reason, Cause and Effect, Coding and Decoding

मैट सिलेबस-इंडियन ऐंड ग्लोबल इंवाइरनमेंट (MAT Syllabus - Indian and Global Environment)
Business Awareness, Politics, Sports, Books and Authors, Entertainment, social Issues

मैट एग्जाम पैटर्न (MAT Exam Pattern)
परीक्षा का माध्यम: मैट परीक्षा का आयोजन ऑनलाइन (कंप्यूटर आधारित) और ऑफलाइन मोड दोनों में होता है।

परीक्षा की अवधि: परीक्षा की कुल अवधि 150 मिनट यानी 2.5 घंटे होती है।

सवालों के प्रकार: मैट में मल्टिपल चॉइस क्वेस्चन पूछे जाते हैं यानी हर सवाल के जवाब के रूप में कई विकल्प होते हैं। उन विकल्पों में से सही विकल्प का चयन करना होता है।

मार्किंग स्कीम: सभी सवालों के लिए 1 नंबर निर्धारित होते हैं। सभी सेक्शन में 40 सवाल होते हैं और कुल 5 सेक्शन होते हैं। इस तरह से मैट में कुल 200 सवाल पूछे जाते हैं। कुल मार्क्स 200 होता है।

नेगेटिव मार्किंग: हर गलत जवाब के लिए एक चौथाई यानी 0.25 मार्क्स कटता है। अगर किसी सवाल को छोड़ देते हैं तो उसका नंबर नहीं कटता है।

तैयारी के टिप्स (MAT Exam Preparation Tips)
मैट एग्जाम में एक अहम सेक्शन है गणित। गणित एक ऐसा विषय है जो अकसर छात्रों को डराता है। लेकिन ढंग से तैयारी की जाए तो मैथ्स में भी आप अच्छे नंबर ला सकते हैं। मैट एग्जाम की जहां तक बात है तो आपको इसके बुनियादी कॉन्सेप्ट को क्लियर करना होगा। आपको 10वीं क्लास लेवल तक की मैथ्स की किताबों से सारे कॉन्सेप्ट क्लियर कर लेने चाहिए। मैथ्स का ज्यादा से ज्यादा फॉर्म्युला आपको याद करना होगा। एक चीज और ध्यान में रखने की है कि मैथ्स के सवालों को हल करने में समय लगता है और परीक्षा में उपलब्ध समय बहुत कम होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा शॉर्टकट का इस्तेमाल करना होगा। आपको इसके लिए अपने से भी कुछ शॉर्टकट तरीके बनाने पड़ेंगे ताकि परीक्षा के दौरान आपको कोई दिक्कत न हो सके।

शब्दावली मजबूत करें
इसमें इंग्लिश सेक्शन में पर्यायवाची और विलोम शब्द पूछे जाते हैं। इसके अलावा जम्बल वर्ड्स भी होते हैं। इन सब पर काबू पाने के लिए और एग्जाम में अच्छा नंबर लाने के लिए आपके पास शब्दों का भंडार होना चाहिए। आपको अपनी शब्दावली मजबूत करने पर काम करना चाहिए।

पढ़ने की आदत डालें
न्यूजपेपर, मैग्जीन और टीवी से काफी मदद मिल सकती है। इससे आपको करेंट अफेयर्स को मजूबत करने में मदद मिलेगी। दूसरा इससे आपके अंदर पढ़ने और समझने की आदत विकसित होगी।

रीजनिंग स्किल को बढ़ाएं
रीजनिंग स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए पजल को सॉल्व करें। इससे निर्धारित समय में सवालों को हल करने की क्षमता मजबूत होगी। हर सवाल और सेक्शन पर बराबर समय देने से काफी मदद मिलेगी।

ऑनलाइन मॉक टेस्ट देते रहें
जब बुनियादी तैयारी हो जाए तो आपको नियमित रूप से कैट का मॉक टेस्ट देते रहना चाहिए। मौक टेस्ट से पता चला कि किन विषयों पर आपकी पकड़ अच्छी है और किन पर कमजोर है। ध्यान रहे कि सही-सही अपनी तैयारी का आकलन करना बहुत जरूरी होता है। मौका टेस्ट से आपको खुद की तैयारी का आकलन करने का मौका मिलता है। मॉक टेस्ट के नतीजों के आधार पर अपनी तैयारी को मजबूत बनाने के लिए मेहनत कर सकते हैं।

इंटरनेट का इस्तेमाल
इंटरनेट एक ऐसी चीज है जहां आपको हर तरह की मदद मिल जाएगी। शिक्षा से जुड़ीं कई वेबसाइट हैं जहां स्टडी मटीरियल और सैंपल पेपर्स मिल जाएंगे। आप ऑनलाइन मॉक टेस्ट भी ट्राई कर सकते हैं। आपको परीक्षा आयोजित करने वाली अथॉरिटीज और अधिकारियों के ट्विटर हैंडल को फॉलो करना चाहिए। इससे जो कुछ हो रहा है, उसकी आपको जानकारी मिलती रहेगी।

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