प्लेसमेंट को लेकर अक्सर स्टूडेंट्स के जेहन में कई सारे सवाल आते रहते हैं। प्लेसमेंट से जुड़े कुछ बेसिक सवालों के बारे में शंभू नाथ ने बात की रचना मुखर्जी से जो श्नाइडर इलेक्ट्रिक की चीफ एचआर हैं।
किसी को रिक्रूट करते समय आप सबसे ज्यादा किन चीजों को महत्व देती हैं?
कई सारी चीजें होती हैं जिन्हें अच्छे तरीके से समझना जरूरी होता है। लेकिन सबसे जरूरी यह जानना होता है कि कोई काम के प्रति कितना जवाबदेह और ईमानदार रहेगा। साथ ही यह भी समझना जरूरी होता है कि कैंडिडेट को काम की कितनी समझ और जानकारी है। क्या वह एक ढर्रे पर चलने में यकीन करता है? क्या उसमें आउट ऑफ द बॉक्स सोचने की क्षमता है? इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी होता है कि दबाव में काम करने का गुण है या नहीं।
कम्यूनिकेशन कितना अहम होता है?
कैंडिडेट की कम्यूनिकेशन स्किल रिक्रूमेंट में अहम रोल निभाती है। आज किसी को इंडस्ट्री में बने रहने के लिए एक अच्छा वक्ता होना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बेहतर होना चाहिए। इंडस्ट्री में कॉन्टैक्ट के काफी अहम मायने होते हैं और कॉन्टैक्ट बनाने में कम्यूनिकेशन स्किल अच्छी होना जरूरी होता है। साथ ही लेखन शैली भी अच्छी होनी चाहिए।
सोशल मीडिया ने आपके काम को कितना आसान किया है?
सोशल मीडिया आज हमलोगों के लिए एक वरदान बन गया है। हजारों की तादाद में लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं और दिन में काफी समय फेसबुक, ट्विटर और लिंक्ड-इन जैसी वेबसाइट्स पर बिताते हैं। इससे किसी भी इन्सान को समझने में काफी मदद मिल जाती है। साथ ही आज लोग ऑफिस दर ऑफिस जाने से बचते हैं और अपनी पसंद की जॉब के हिसाब से अपना रेज्युमे सोशल साइट्स या जॉब पोर्टल पर डाल देते हैं। वहां से हम अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से कैंडिडेट्स का डेटाबेस तैयार कर लेते हैं और उन्हें इंटरव्यू के लिए बुला लेते हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि उनकी पर्सनैलिटी को हम फेसबुक के सहारे आसानी से समझ लेते हैं।
किसी को रिक्रूट करते समय आप सबसे ज्यादा किन चीजों को महत्व देती हैं?
कई सारी चीजें होती हैं जिन्हें अच्छे तरीके से समझना जरूरी होता है। लेकिन सबसे जरूरी यह जानना होता है कि कोई काम के प्रति कितना जवाबदेह और ईमानदार रहेगा। साथ ही यह भी समझना जरूरी होता है कि कैंडिडेट को काम की कितनी समझ और जानकारी है। क्या वह एक ढर्रे पर चलने में यकीन करता है? क्या उसमें आउट ऑफ द बॉक्स सोचने की क्षमता है? इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी होता है कि दबाव में काम करने का गुण है या नहीं।
कम्यूनिकेशन कितना अहम होता है?
कैंडिडेट की कम्यूनिकेशन स्किल रिक्रूमेंट में अहम रोल निभाती है। आज किसी को इंडस्ट्री में बने रहने के लिए एक अच्छा वक्ता होना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बेहतर होना चाहिए। इंडस्ट्री में कॉन्टैक्ट के काफी अहम मायने होते हैं और कॉन्टैक्ट बनाने में कम्यूनिकेशन स्किल अच्छी होना जरूरी होता है। साथ ही लेखन शैली भी अच्छी होनी चाहिए।
सोशल मीडिया ने आपके काम को कितना आसान किया है?
सोशल मीडिया आज हमलोगों के लिए एक वरदान बन गया है। हजारों की तादाद में लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं और दिन में काफी समय फेसबुक, ट्विटर और लिंक्ड-इन जैसी वेबसाइट्स पर बिताते हैं। इससे किसी भी इन्सान को समझने में काफी मदद मिल जाती है। साथ ही आज लोग ऑफिस दर ऑफिस जाने से बचते हैं और अपनी पसंद की जॉब के हिसाब से अपना रेज्युमे सोशल साइट्स या जॉब पोर्टल पर डाल देते हैं। वहां से हम अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से कैंडिडेट्स का डेटाबेस तैयार कर लेते हैं और उन्हें इंटरव्यू के लिए बुला लेते हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि उनकी पर्सनैलिटी को हम फेसबुक के सहारे आसानी से समझ लेते हैं।
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