Textile Industry In India: किसी भी देश व सभ्यता के विकास में टेक्सटाइल इंडस्ट्री का बहुत बड़ा योगदान होता है। भारत में भी यह इंडस्ट्री देश की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है, इसे देश के सबसे पुराने इंडस्ट्री में से एक माना जाता है। भारत में पहले सिर्फ फैब्रिक प्रोडक्शन किया जाता था, लेकिन अब नई टेक्नोलॉजी के आने से यह तेजी से विकसित हुई है। अब यह इंडस्ट्री रिसर्च, डेवलपमेंट, मेन्युफैक्चरिंग और मर्केंडाइजिंग जैसी कई श्रेणियों में काम कर रही है। जिसके कारण इसमें जॉब के अवसर भी पहले की अपेक्षा अब तेजी से बढ़ रहे हैं।
जानें क्या है टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
टेक्सटाइल सेक्टर में रंग, वस्त्र फाइबर, मशीनरी और उत्पाद, कपड़ा और परिधान प्रक्रियाओं को डिजाइन और नियंत्रित करने की प्रक्रिया शामिल है। जिसमें फैशनेबल कपड़ों की मांग को ध्यान में रखते हुए, बहुत ज्यादा रिसर्च, क्रिएटिविटी और इनोवेशन की जरूरत होती है। इसमें टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की यह शाखा उन सिद्धांतों का भी अध्ययन करती है जो कपड़ा फाइबर के निर्माण में पॉलिमर का विश्लेषण करते हैं। जिनका उपयोग सभी प्रकार के यार्न और टेक्सटाइल कपड़ों के निर्माण में किया जाता है। कपड़ा इंजीनियरिंग में, कपड़े को आकर्षक और फैशनेबल बनाने पर जोर दिया जाता है।
इसके लिए टेक्सटाइल इंजीनियर को काफी रिसर्च और एक्सपेरिमेंट करना पड़ता है। टेक्सटाइल इंजीनियर को नवाचार, अनुसंधान और रचनात्मकता जैसे कौशल की आवश्यकता होती है।
किस तरह का कोर्स करें
अगर आप टेक्सटाइल इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते हैं तो आपको 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या बायोलॉजी जैसे विषय में पढ़ाई करनी होगी। इसके बाद टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में बीई या बीटेक, टेक्सटाइल डिजाइनिंग में बीए, टेक्सटाइल डिजाइन में बीएससी, बैचलर ऑफ डिजाइन, डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मेन्युफैक्चर या टेक्सटाइल केमिस्ट्री में बीटेक कर सकते हैं। वहीं आप इन कोर्सेज में एडवांस्ड डिप्लोमा, एमईए एमटेक और उसके बाद पीएचडी भी कर सकते हैं।
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जॉब प्रोफाइल क्या है
टेक्सटाइल इंडस्ट्री में आप कई जॉब प्रोफाइल पर रहकर कार्य कर सकते हैं। जिसमें मुख्य रूप से प्रोडक्शन कंट्रोल, प्रोडक्ट रिसर्च एंड डेवलपमेंट, इंजीनियरिंग प्रोसेस, सेल्स, कॉर्पोरेट मैनेजमेंट, सुपरविजन आदि डिपार्टमेंट्स में काम कर सकते हैं। एक टेक्सटाइल इंजीनियर आम तौर पर इंजीनियरिंग प्रोसेस से जुड़ा होता है, जबकि अपैरल और गारमेंट्स की डिजाइनिंग और मेन्युफैक्चरिंग के लिए काम करने वाले प्रोफेशनल्स प्रोडक्ट रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में काम करते हैं।
इन स्किल की जरूरत
अगर आप इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपके अंदर कई स्किल का होना जरूरी है। जिसमें मुख्य रूप से कम्युनिकेशन स्किल्स, कम्प्यूटर स्किल्स, एनालिटिकल स्किल्स और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स होनी जरूरी हैं। इसके अलावा उनमें चीजों की बारीकियों पर ध्यान देने की क्षमता, लॉजिकल थिंकिंग और क्रिएटिविटी होनी भी जरूरी है।
करियर की संभावनाएं
इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं है। कोर्स पूरा होने के बाद आप टेक्सटाइल मिल्स, एक्सपोर्ट हाउसेज, निटवेयर मेन्युफैकचरिंग यूनिट्स, टेक्सटाइल डाइंग एंड प्रिंटिंग यूनिट्स में काम कर सकते हैं। इसके अलावा आप सरकार द्वारा प्रायोजित अथवा निजी सिल्क, हैंडलूम, जूट, खादी, क्राफ्ट डेवलपमेंट संस्थानों में काम कर सकते हैं। आप फैशन रीटेलर्स डिजाइन स्टूडियोज और बड़ी टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज जैसे में भी काम कर सकते हैं।
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सैलरी कितनी
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा व डिग्री के बाद आप फ्रेशर के तौर पर अगर आप नौकरी करना चाहते हैं तो 30 से 45 हजार रूपये का शुरुआती वेतन आसानी से मिल जाता है। अनुभव के बाद, आप प्रति माह 50 हजार से एक लाख तक कमा सकते हैं। अगर आपने आईआईटी से टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है, तो आपको शुरुआती वेतन काफी आकर्षक लग सकता है।
प्रमुख संस्थान
जानें क्या है टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
टेक्सटाइल सेक्टर में रंग, वस्त्र फाइबर, मशीनरी और उत्पाद, कपड़ा और परिधान प्रक्रियाओं को डिजाइन और नियंत्रित करने की प्रक्रिया शामिल है। जिसमें फैशनेबल कपड़ों की मांग को ध्यान में रखते हुए, बहुत ज्यादा रिसर्च, क्रिएटिविटी और इनोवेशन की जरूरत होती है। इसमें टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की यह शाखा उन सिद्धांतों का भी अध्ययन करती है जो कपड़ा फाइबर के निर्माण में पॉलिमर का विश्लेषण करते हैं। जिनका उपयोग सभी प्रकार के यार्न और टेक्सटाइल कपड़ों के निर्माण में किया जाता है। कपड़ा इंजीनियरिंग में, कपड़े को आकर्षक और फैशनेबल बनाने पर जोर दिया जाता है।
इसके लिए टेक्सटाइल इंजीनियर को काफी रिसर्च और एक्सपेरिमेंट करना पड़ता है। टेक्सटाइल इंजीनियर को नवाचार, अनुसंधान और रचनात्मकता जैसे कौशल की आवश्यकता होती है।
किस तरह का कोर्स करें
अगर आप टेक्सटाइल इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते हैं तो आपको 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या बायोलॉजी जैसे विषय में पढ़ाई करनी होगी। इसके बाद टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में बीई या बीटेक, टेक्सटाइल डिजाइनिंग में बीए, टेक्सटाइल डिजाइन में बीएससी, बैचलर ऑफ डिजाइन, डिप्लोमा इन टेक्सटाइल मेन्युफैक्चर या टेक्सटाइल केमिस्ट्री में बीटेक कर सकते हैं। वहीं आप इन कोर्सेज में एडवांस्ड डिप्लोमा, एमईए एमटेक और उसके बाद पीएचडी भी कर सकते हैं।
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जॉब प्रोफाइल क्या है
टेक्सटाइल इंडस्ट्री में आप कई जॉब प्रोफाइल पर रहकर कार्य कर सकते हैं। जिसमें मुख्य रूप से प्रोडक्शन कंट्रोल, प्रोडक्ट रिसर्च एंड डेवलपमेंट, इंजीनियरिंग प्रोसेस, सेल्स, कॉर्पोरेट मैनेजमेंट, सुपरविजन आदि डिपार्टमेंट्स में काम कर सकते हैं। एक टेक्सटाइल इंजीनियर आम तौर पर इंजीनियरिंग प्रोसेस से जुड़ा होता है, जबकि अपैरल और गारमेंट्स की डिजाइनिंग और मेन्युफैक्चरिंग के लिए काम करने वाले प्रोफेशनल्स प्रोडक्ट रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में काम करते हैं।
इन स्किल की जरूरत
अगर आप इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपके अंदर कई स्किल का होना जरूरी है। जिसमें मुख्य रूप से कम्युनिकेशन स्किल्स, कम्प्यूटर स्किल्स, एनालिटिकल स्किल्स और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स होनी जरूरी हैं। इसके अलावा उनमें चीजों की बारीकियों पर ध्यान देने की क्षमता, लॉजिकल थिंकिंग और क्रिएटिविटी होनी भी जरूरी है।
करियर की संभावनाएं
इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं है। कोर्स पूरा होने के बाद आप टेक्सटाइल मिल्स, एक्सपोर्ट हाउसेज, निटवेयर मेन्युफैकचरिंग यूनिट्स, टेक्सटाइल डाइंग एंड प्रिंटिंग यूनिट्स में काम कर सकते हैं। इसके अलावा आप सरकार द्वारा प्रायोजित अथवा निजी सिल्क, हैंडलूम, जूट, खादी, क्राफ्ट डेवलपमेंट संस्थानों में काम कर सकते हैं। आप फैशन रीटेलर्स डिजाइन स्टूडियोज और बड़ी टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज जैसे में भी काम कर सकते हैं।
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सैलरी कितनी
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा व डिग्री के बाद आप फ्रेशर के तौर पर अगर आप नौकरी करना चाहते हैं तो 30 से 45 हजार रूपये का शुरुआती वेतन आसानी से मिल जाता है। अनुभव के बाद, आप प्रति माह 50 हजार से एक लाख तक कमा सकते हैं। अगर आपने आईआईटी से टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है, तो आपको शुरुआती वेतन काफी आकर्षक लग सकता है।
प्रमुख संस्थान
- आईआईटी दिल्ली
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, सेरामपुर
- इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन, कल्याण
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
- उत्तरप्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, कानपुर
- डॉ बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जालंधर
- एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अहमदाबाद
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