Archaeology Jobs: अगर आप इतिहास से लगाव रखते हैं और आप रोमांच के साथ रहस्य से पर्द उठाना चाहते हैं। साथ ही आपमें ऐतिहासिक चीजों को जानने और उनके बारे में तरह- तरह की जानकारियां पता करने की इच्छा है तो आप आर्कियोलॉजिस्ट के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं। इतिहास और भूगोल के रहस्यों से पटे भारत में इसके अच्छे आसार हैं। यहां पर अभी भी काफी कुछ खोजा जाना बाकी है। हड़प्पा सभ्यता के बाद से भारत में ऐतिहासिक खोज न के बराबर हुई है और फिलहाल इतिहास संबंधित खोज को लेकर एक बड़ा वैक्यूम यहां बना हुआ है, जो बड़े आइडियाज और क्रिएटिविटी का इंतजार कर रहा है। इसके साथ ही दुनियाभर में शोध के लिए आर्कियोलॉजी के विद्यार्थियों की मांग है।
क्या है आर्कियोलॉजी
पृथ्वी पर छपी पुरानी सभ्यता और संस्कृति का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अध्ययन करना व उनकी खोज करना आर्कियोलॉजी कहलाता है। आर्कियोलॉजी में उस इतिहास के बारे में यह जानने की कोशिश की जाती है कि पुरानी सभ्यताओं में लोगों का रहन- सहन कैसा था। किस तरह की वस्तुओं का वो इस्तेमाल करते थे। अनुमानों और पुरातन साक्ष्यों के आधार पर सभ्यता की रूपरेखा खींचने से लेकर तत्कालीन समाज और परिवेश के आकलन का काम भी एक आर्कियोलॉजिस्ट को करना होता है। साथ ही वह कार्बन डेटिंग और समय गणना का काम भी करता है। सभी तरह के ऐतिहासिक वस्तु या सभ्यता के वर्तमान से जुड़ाव और विकास के क्रम को निर्धारित करने की जिम्मेदारी भी एक आर्कियोलॉजिस्ट की होती है।
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किस तरह का होता है कोर्स
अगर आप इस क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो आपको 12वीं की परीक्षा इतिहास विषय के साथ पास करनी होगी। इसके बाद आप आर्कियोलॉजी से संबंधित कोर्स कर सकते हैं। आर्कियोलॉजी में ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक के कोर्स होते हैं। आर्कियोलॉजी में डिप्लोमा, बैचलर, मास्टर और पीएचडी पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनमें प्रवेश के लिए अलग-अलग योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इससे जुड़े कोर्स देश के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों से किए जा सकते हैं। मास्टर इन कंर्जर्वेशनए प्रिजरवेशन एंड हेरिटेज मैनेजमेंट और मास्टर इन आर्कियोलॉजी एंड हेरिटेज मैनेजमेंट जैसे कोर्स इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की सीढ़ी हो सकते हैं। इसके अलावा आप हिस्टॉरिकल आर्कियोलॉजी, जिओ आर्कियोलॉजी, आर्कियोबॉटनी, क्रॉनोलॉजिकल, एथनोआर्कियोलॉजी, एक्सपेरिमेंटल ऑर्कियोलॉजी, आर्कियोमेट्री जैसे कोर्स भी कर सकते हैं।
जरूरी योग्यता
एक बेहतरीन आर्कियोलॉजिस्ट अथवा म्यूजियम प्रोफेशनल बनने के लिए प्लीस्टोसीन पीरियड अथवा क्लासिकल लैंग्वेजए मसलन पालीए अपभ्रंशए संस्कृतए अरेबियन भाषाओं में से किसी की जानकारी आपको कामयाबी की राह पर आगे ले जा सकती है।
आर्कियोलॉजी न केवल दिलचस्प विषय है बल्कि इसमें कार्य करने वाले प्रोफशनल्स के लिए चुनौतियों में भरा क्षेत्र भी है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए अच्छी विश्लेषणात्मक क्षमताए तार्किक सोचए कार्य के प्रति समर्पण जैसे महत्वपूर्ण गुण जरूर होने चाहिए। कला की समझ और उसकी पहचान भी आपको औरों से बेहतर बनाने में मदद करेगा।
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यहां से कर सकते है कोर्स
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज रिसर्च एंड मैनेजमेंट
कर्नाटक स्टेट यूनिवर्सिटी
जॉब ऑप्शन क्या हैं
आर्कियोलॉजी में कोर्स पूरा करने के बाद आपको जॉब के कई ऑप्शन मिलेंगे। जिनमें मुख्य रूप से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, नई दिल्ली, राज्यों में स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, विभिन्न संग्रहालय, एनजीओ और यूनिवर्सिटी, विदेश मंत्रालय का हिस्टोरिकल विभाग, शिक्षा मंत्रालय, पर्यटन विभाग, इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च आदि।
सैलरी व संभावनाएं
यह ऐक ऐसा क्षेत्र है जहां पर आपको रोमांच और रहस्य के साथ अच्छी सैलरी भी मिलती है। अगर आपने किसी प्राइवेट सेक्टर में जाना चाहते हैं तो आप 30 से 50 हजार रूपये प्रतिमाह की ऑब आसानी से पा सकते हैं, जो अनुभव व आपकी खोज के साथ बढ़ती जाएगी। वहीं सरकारी सेक्टर में सेलेक्ट होने पर आप जॉब प्रोफाइल के हिसाब से लाखों रूपये की सैलरी पा सकते हैं।
क्या है आर्कियोलॉजी
पृथ्वी पर छपी पुरानी सभ्यता और संस्कृति का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अध्ययन करना व उनकी खोज करना आर्कियोलॉजी कहलाता है। आर्कियोलॉजी में उस इतिहास के बारे में यह जानने की कोशिश की जाती है कि पुरानी सभ्यताओं में लोगों का रहन- सहन कैसा था। किस तरह की वस्तुओं का वो इस्तेमाल करते थे। अनुमानों और पुरातन साक्ष्यों के आधार पर सभ्यता की रूपरेखा खींचने से लेकर तत्कालीन समाज और परिवेश के आकलन का काम भी एक आर्कियोलॉजिस्ट को करना होता है। साथ ही वह कार्बन डेटिंग और समय गणना का काम भी करता है। सभी तरह के ऐतिहासिक वस्तु या सभ्यता के वर्तमान से जुड़ाव और विकास के क्रम को निर्धारित करने की जिम्मेदारी भी एक आर्कियोलॉजिस्ट की होती है।
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किस तरह का होता है कोर्स
अगर आप इस क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो आपको 12वीं की परीक्षा इतिहास विषय के साथ पास करनी होगी। इसके बाद आप आर्कियोलॉजी से संबंधित कोर्स कर सकते हैं। आर्कियोलॉजी में ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक के कोर्स होते हैं। आर्कियोलॉजी में डिप्लोमा, बैचलर, मास्टर और पीएचडी पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनमें प्रवेश के लिए अलग-अलग योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इससे जुड़े कोर्स देश के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों से किए जा सकते हैं। मास्टर इन कंर्जर्वेशनए प्रिजरवेशन एंड हेरिटेज मैनेजमेंट और मास्टर इन आर्कियोलॉजी एंड हेरिटेज मैनेजमेंट जैसे कोर्स इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की सीढ़ी हो सकते हैं। इसके अलावा आप हिस्टॉरिकल आर्कियोलॉजी, जिओ आर्कियोलॉजी, आर्कियोबॉटनी, क्रॉनोलॉजिकल, एथनोआर्कियोलॉजी, एक्सपेरिमेंटल ऑर्कियोलॉजी, आर्कियोमेट्री जैसे कोर्स भी कर सकते हैं।
जरूरी योग्यता
एक बेहतरीन आर्कियोलॉजिस्ट अथवा म्यूजियम प्रोफेशनल बनने के लिए प्लीस्टोसीन पीरियड अथवा क्लासिकल लैंग्वेजए मसलन पालीए अपभ्रंशए संस्कृतए अरेबियन भाषाओं में से किसी की जानकारी आपको कामयाबी की राह पर आगे ले जा सकती है।
आर्कियोलॉजी न केवल दिलचस्प विषय है बल्कि इसमें कार्य करने वाले प्रोफशनल्स के लिए चुनौतियों में भरा क्षेत्र भी है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए अच्छी विश्लेषणात्मक क्षमताए तार्किक सोचए कार्य के प्रति समर्पण जैसे महत्वपूर्ण गुण जरूर होने चाहिए। कला की समझ और उसकी पहचान भी आपको औरों से बेहतर बनाने में मदद करेगा।
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यहां से कर सकते है कोर्स
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज रिसर्च एंड मैनेजमेंट
कर्नाटक स्टेट यूनिवर्सिटी
जॉब ऑप्शन क्या हैं
आर्कियोलॉजी में कोर्स पूरा करने के बाद आपको जॉब के कई ऑप्शन मिलेंगे। जिनमें मुख्य रूप से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, नई दिल्ली, राज्यों में स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, विभिन्न संग्रहालय, एनजीओ और यूनिवर्सिटी, विदेश मंत्रालय का हिस्टोरिकल विभाग, शिक्षा मंत्रालय, पर्यटन विभाग, इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च आदि।
सैलरी व संभावनाएं
यह ऐक ऐसा क्षेत्र है जहां पर आपको रोमांच और रहस्य के साथ अच्छी सैलरी भी मिलती है। अगर आपने किसी प्राइवेट सेक्टर में जाना चाहते हैं तो आप 30 से 50 हजार रूपये प्रतिमाह की ऑब आसानी से पा सकते हैं, जो अनुभव व आपकी खोज के साथ बढ़ती जाएगी। वहीं सरकारी सेक्टर में सेलेक्ट होने पर आप जॉब प्रोफाइल के हिसाब से लाखों रूपये की सैलरी पा सकते हैं।
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