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Career After 12th: फाइनेंशियल प्‍लानिंग क्‍या है? जानें इस कोर्स के बाद कहां मिलेगी जॉब

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A Career In Financial Planning: सभी के जिंदगी में फाइनेंशियल प्लानिंग की बहुत बड़ी अहमियत है। हम सबको अपनी जिंदगी में इसे प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि अगर हमारा फाइनेंशियल प्लानिंग अच्छा होगा तो हमे आगे जीवन में मुसीबत व जरूरत के समय किसी के आगे हाथ फ़ैलाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अपनी और अपने परिवार की भविष्य में फाइनेंशियल ज़रूरतों को पूरा करने की प्‍लानिंग को ही हम फाइनेंशियल प्लानिंग कहते हैं।

क्‍या है फाइनेंशियल प्लानिंग?
सभी को अपने जीवन में कुछ न कुछ फाइनेंशियल जरुरत होती ही होती हैं और उन्ही जरूरतों को पूरा करने के लिए, जो प्लान यानि योजना बनाई जाती है, उसे फाइनेंशियल प्लान कहा जा सकता है। फाइनेंशियल प्लान एक ऐसा प्लान होता है, जो हमारी आज की फाइनेंशियल हालत को ध्यान में रखते हुए, हमें वहां तक पहुंचने की एक लगभग निश्चित योजना बताता है, जहां हम आर्थिक रूप से यानि फाइनेंशियली पहुंचना चाहते हैं। जैसे- आज मेरी इनकम अगर 15 हजार रूपये है, लेकिन मुझे पता है कि 5 साल बाद मुझे कम से कम 35 हजार रूपये के इनकम की जरूरत होगी, तो अब मुझे एक फाइनेंशियल प्लान की जरूरत होगी। जो मुझे अगले 5 सालों में मेरी इनकम को 15 हजार से 35 हजार रूपये पहुचाने में मेरी मदद कर सके।
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क्‍यों है फाइनेंशियल प्‍लानिंग की जरूरत
अगर आप सोचते है कि फाइनेंशियल प्लानिंग की जरूरत आपको नहीं है और यह शब्दों का मायाजाल है, इसके बिना भी अपना काम अच्छे से चला सकते है, तो पूरी तरह गलत हैं। इसके बिना इस बात की संभावना ज्यादा है कि आपके जीवन लक्ष्य हासिल करने के लिए आपके पास पैसा ना रहे और जब इस बात का जब एहसास हो तब तक बहुत देर हो चुकी हो। इन दिनों एवरेज आदमी 70 से 80 साल तक स्वस्थ जीवन जीता है। इसका मतलब है कि रिटायर होने के बाद की भी जिंदगी करीब-करीब नौकरी में बिताए सालों के बराबर होती है। अत: आपके पास महंगाई को ध्यान में रखते हुए इतनी बचत होनी चाहिए कि आप बिना नई इनकम के करीब 20 से 25 साल तक अपना गुजारा कर सकें और बढ़ती उम्र के साथ बढ़ते मेडिकल खर्च व अन्‍य जरूरी खर्च को भी वहन कर सकें।

फाइनेंशियल प्‍लानिंग के फायदे
  1. पैसों की आवाजाही पर नजर रहती है और बेवजह के खर्चे कम हो जाते हैं।
  2. इनकम, एक्सपेंडिचर के बीच में बैलेंस बनाने का काम करता है।
  3. सेविंग करने और असेट्स बनाने की आदत बनती है।
  4. टैक्स लायबिलिटी घटाने में मदद मिलती है।
  5. इन्वेस्टमेंट में अधिकतम रिटर्न मिलने में सहायता।
  6. जीवन के गोल या लक्ष्य हासिल करने के लिए बेहतर असेट्स मैनेजमेंट हो जाता है।
  7. रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को फाइनेंशियल सिक्योरिटी मिल जाती है।
  8. इंश्योरेंस संबंधित आवश्यकताओं की समीक्षा करना ताकि दुर्भाग्यपूर्ण मौत होने पर आपके परिवार के ऊपर फाइनेंशियल दबाव ना हो।
  9. इसलिए कम उम्र में ही अपने पैसों की प्लानिंग शुरू कर देना सबके लिए जरूरी है।
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फाइनेंशियल प्‍लानिंग के टिप्‍स
  • अभी शुरू करें- अगर आप 35 या 40 साल के भी हो तो भी अगले 5 साल का इंतजार करने के बदले अभी से फाइनेंशियल प्‍लानिंग की शुरुआत करना अच्छा है। एक- एक दिन महत्वपूर्ण होता है।
  • अपने प्रति ईमानदार रहें- अपने आपको भगवान व भाग्‍य के भरोसे न रखें, अपने प्रति ईमानदार रहें और फाइनेंशियल प्‍लानिंग करें, बनाने जरूरत पड़ने पर दूसरों की सहायता ले।
  • रीजनेबल लक्ष्य बनाएं- ऐसे लक्ष्य बनाएं जो रीजनेबल और मापे जा सकते हो।
  • समय अनुसार प्‍लान में परिर्वतन करें- समय-समय पर अपने प्लान और फाइनेंसियल स्टेटस पर नजर डालते रहें और आवश्यकतानुसार प्लान में परिवर्तन करें।
  • जांच व रिव्‍यू करें- अपने इन्वेस्टमेंट की परफॉर्मेंस का सदैव रिव्यू करते रहे और जरूरत पड़ने पर कहीं और इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
  • एक्टिव रहें- प्लानिंग की प्रक्रिया में आपका शामिल रहना जरूरी है, क्योंकि आपको लगातार निगरानी रखनी है कि आपकी मेहनत की कमाई के इन्वेस्टमेंट का परफॉर्मेंस कैसा है, यह काम कोई दूसरा आपके लिए नहीं करेगा।

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