Quantcast
Channel: Career Expert Advice: करियर सलाह, Get Free Expert Advice About Your Career, Career Advice, एग्जाम प्रिपरेशन टिप्स, Exam Preparaion Tips
Viewing all articles
Browse latest Browse all 889

CA Vs CS: क्या अंतर है चार्टर्ड अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी के बीच? यहां जानें दोनों कोर्स से जुड़ी जानकारी

$
0
0

CA Vs CS Salary In India: कॉमर्स से 12वीं पास करने वाले छात्रों की पहली पसंद चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) और कंपनी सेक्रेटरी (CS) बनना होता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स जहां इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा कराया जाता है, वहीं कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया द्वारा कराया जाता है। दोनों कोर्स अपनी जगह बेस्‍ट है।

जानें क्या है CA और CS
दोनों में कई बेसिक अंतर है। चार्टर्ड अकाउंटेंट जहां अपनी अकाउंटेंट स्किल्स से फर्मों और कंपनियों के जोखिमों, नुकसानों और खातों को सही से बनाए रखने का काम करते हैं और वे किसी भी फर्म के मुनाफे को बढ़ाने के लिए विभिन्न डोमेन जैसे ऑडिट, कराधान, निवेश, वित्त आदि पर काम करते हैं। वहीं कंपनी सेक्रेटरी का कार्य प्रशासन, वित्त, लेखा, कराधान आदि के मामलों पर संबंधित कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को सलाह देना होता है। यह कंपनियों को उनके व्यवसाय और कानूनों पर सलाह देते हैं।

दोनों के कोर्स में अंतर
चार्टर्ड अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी इन दोनों करियर की शुरुआत कॉमर्स क्षेत्र से ही होती है, लेकिन आगे जाकर दो अलग-अलग हिस्सों में बदल जाती है। गणित इन दोनों में से किसी के लिए भी एक अनिवार्य विषय के रूप में नहीं होता है, लेकिन आपके पास गणित (खासकर CA के लिए) की अच्छी और ठोस समक्ष होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं है, तो इन पाठ्यक्रमों में कठिनाइयों का सामना करना पढ़ेगा। CS और CA दोनों तीन चरण के कोर्स होते है, लेकिन चरणों की अवधि अलग-अलग होती है। कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करने में लगभग 2-3 साल लगते हैं, वहीं चार्टर्ड अकाउंटेंट करने में लगभग 5 साल लगते हैं।
इसे भी पढ़ें: College Admission: 12वीं के बाद ऐसे करें बेस्‍ट कॉलेज और कोर्स का चुनाव, मिलेगा फायदा

चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए रजिस्टर प्रक्रिया
  1. चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए पहले इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) से रजिस्टर करना होगा।
  2. इसके बाद योग्यता प्रोफेशनल टेस्ट (CPT) पास करके बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री प्राप्त करें।
  3. फिर एकीकृत व्यावसायिक क्षमता (IPC) परीक्षा को पास करें। फिर 3 वर्षों के लिए आर्टिकलशिप करें।
  4. इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनल परीक्षा पास करें।

कंपनी सेक्रेटरी के लिए रजिस्टर प्रक्रिया
  1. कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए पहले इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के साथ रजिस्टर करें।
  2. इसके बाद आपको आठ महीने का फाउंडेशन कोर्स करना होगा।
  3. फिर एक वर्ष के लिए एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम करें और एक वर्ष का प्रोफेशनल प्रोग्राम करें।
  4. इसके अलावा आप स्नातक पास करने के बाद कंपनी सेक्रेटरी कोर्स भी कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: Career Options: फिजिकल एजुकेशन में करियर बनाना है आसान, जानें किस कोर्स के बाद मिलेगी हाई सैलरी

करियर के अवसरों में अंतर
चार्टर्ड अकाउंटेंट में करियर बनाने वाले छात्रों के पास कंपनी सेक्रेटरी की तुलना में करियर के अधिक अवसर होते हैं। वे सरकारी संगठनों, निजी फर्मों, बैंकों, कानून फर्मों, व्यावसायिक उद्यमों, सिविल सेवाओं आदि सहित सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। वहीं जो छात्र कंपनी सेक्रेटरी में अपना करियर बना रहे हैं, वे विश्व स्तर पर बड़ी कॉर्पोरेट फर्मों में अच्छी जॉब पा सकते हैं। साथ ही वे शासन, प्रशासन, हितधारकों के साथ बैठक और निदेशक मंडल जैसे विभिन्न विभागों में जॉब के अवसर पा सकते हैं। छात्र विभिन्न फर्मों के लिए कंपनी सेक्रेटरी के रूप में स्वतंत्र रूप से काम करने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं।

दोनों की सैलरी में अंतर
सभी कंपनियों के वित्त क्षेत्र को CA और CS ही देखते हैं। हालांकि इसके लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट को अधिक पसंद किया जाता है। क्योंकि चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास वित्त क्षेत्र का अधिक ज्ञान और विशेषज्ञता होती है। हालांकि इससे कंपनी सेक्रेटरी का महत्व कम नहीं हो जाता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में आप शुरुआती दौर में सालाना लगभग 7 से 8 लाख रुपये कमा सकते हैं। वहीं कंपनी सेक्रेटरी के रूप में आपको शुरूआती दौर में 5 से 6 लाख रुपये सालाना सैलरी मिल सकता है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Viewing all articles
Browse latest Browse all 889

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>