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UGC NET EXAM: जानें यूजीसी नेट एग्जाम पैटर्न, मार्किंग स्कीम और सिलेबस के बारे में

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यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन नैशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (university grants commission national eligibility test) यानी यूजीसी नेट (UGC NET) कंप्यूटर आधारित परीक्षा यानी ऑनलाइन परीक्षा है। इसका आयोजन साल में दो बार किया जाता है। पहले इस परीक्षा का आयोजन यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) की ओर से सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) करता था। अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी नैशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंप दी है। दिसंबर 2018 के बाद परीक्षा का आयोजन नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा किया जा रहा है। उससे पहले तक 263 चुने हुए शहरों में सीबीएसई द्वारा 81 विषयों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था।

नोट परीक्षा में पहले तीन पेपर हुआ करते थे जिसे अब दो कर दिया गया है। पहला पेपर 1 घंटे का होता है और दूसरा पेपर 2 घंटे का होता है। परीक्षा का आयोजन कई दिनों तक दो शिफ्टों में होता है।

यूजीसी नेट 2019 एग्जाम पैटर्न (UGC NET 2019 Exam Pattern)
नैशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट या नेट एग्जाम एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जिसका आयोजन यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) की ओर से एनटीए द्वारा किया जाता है। यह क्वॉलिफाइंग एग्जाम यूनिवर्सिटियों में लेक्चरशिप के लिए है। यह जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए भी अनिवार्य है। एग्जाम पैटर्न से जुड़ी काम की बातें इस तरह से हैं...

पेपरों की कुल संख्या: 2

सवालों की कुल संख्या:
परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे जाएंगे। पहले पेपर से 50 सवाल और दूसरे पेपर से 100 सवाल पूछे जाएंगे। सभी सवालों का जवाब देना अनिवार्य होता है।

विषय:
पहले पेपर में जनरल ऐप्टिट्यूड से जुड़े सवाल होते हैं और पेपर 2 में कैंडिडेट्स द्वारा चुने गए विषय से सवाल होते हैं।

पेपर की भाषा:
यूजीसी नेट के पेपर सिर्फ दो भाषा में होते हैं। वे दो भाषाएं हिंदी और इंग्लिश हैं। फॉर्म भरते समय कैंडिडेट्स को भाषा का विकल्प चुनना होता है।

नेगेटिव मार्किंग:
यूजीसी नेट में एनटीए नेगेटिव मार्किंग पर अमल नहीं करता है।

अन्य डीटेल्स
एग्जाम का माध्यम
*परीक्षा कंप्यूटर आधारित यानी ऑनलाइन परीक्षा होती है।
* हर कैंडिडेट को अलग-अलग डेस्कटॉप आवंटित किया जाता है। डेस्कटॉप में पहले से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया रहता है। सॉफ्टवेयर खासतौ पर परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है।
* परीक्षा शुरू होने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि सिस्टम और माउस उचित रूप से काम कर रहा है।

सवालों की प्रकृति
* दोनों पेपर वास्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। यानी सभी सवाल बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे जिनमें 4 विकल्प होंगे।
कैंडिडेट्स को उचित जवाब चुनना होगा।
* पहले पेपर के लिए एग्जाम की अवधि 60 मिनट यानी 1 घंटे होगी और दूसरे पेपर के लिए 120 मिनट यानी 2 घंटे होगी।

सवालों की संख्या
* पहले पेपर में 50 सवाल और दूसरे पेपर में 100 सवाल होते हैं।
* किस सेक्शन का जवाब पहले देना है, ऐसी कोई सीमा नहीं है।
* सभी सवालों का जवाब देना अनिवार्य होता है।

यूजीसी नेट मार्किंग स्कीम (UGC NET Marking Scheme)
* सभी सवालों के लिए एक बराबर मार्किंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि पहले और दूसरे पेपर के सही सवालों के लिए 2-2 मार्क्स होते हैं।
* यूजीसी नेट एग्जाम के रिवाइज्ड एग्जाम पैटर्न के मुताबिक, गलत जवाबों के लिए नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
* इसलिए अब किसी सवाल को छोड़ने की बजाय अनुमान लगाकर आप आंसर मार्क कर सकते हैं।

यूजीसी नेट के दो पेपर होंगे। पहले पेपर में तो जनरल ऐप्टिट्यूड के सवाल होंगे। ये सामान्य प्रकृति के सवाल होते हैं। इसका मकसद कैंडिडेट की पढ़ाने या अनुसंधान की क्षमता का आकलन करना होता है। इसकी मदद से एक कैंडिडेट की तार्किक योग्यता, समझ, अलग-अलग विचार और सामान्य चीजों के बारे में ज्ञान को परखा जाता है।

यूजीसी नेट के पेपर दो का चयन कैंडिडेट को खुद करना होता है। हर विषय का अलग-अलग सिलेबस होता है। सभी विषय का अलग-अलग सिलेबस देखने के लिए यहां क्लिक करें

यूजीसी नेट एग्जाम के लिए ऐप्लिकेशन फॉर्म (UGC NET 2020 exam)सिर्फ ऑनलाइन मोड में उपलब्ध होगा। कैंडिडेट्स को ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर ऐप्लिकेशन फॉर्म भरना और जमा करना होगा। वैसे आवेदन की तारीखों की घोषणा के बाद डायरेक्ट लिंक से भी आवेदन कर सकते हैं। कैंडिडेट्स को अपनी डीटेल्स भरनी होती है और ऐप्लिकेशन फॉर्म पर हालिया फोटोग्राफ और ऐप्लिकेशन फॉर्म की स्कैन की हुई कॉपियां अपलोड करनी होती है।

फॉर्म सफलतापूर्वक फॉर्म जमा करने के बाद भविष्य में इस्तेमाल के लिए कन्फर्मेशन पेज का एक प्रिंट आउट जरूर ले लें। फॉर्म जमा करने के दौरान अगर कुछ गलती हो जाती है तो उसे दोबारा करेक्शन करने का भी मौका दिया जाता है। एनटीए द्वारा करेक्शन विंडो को कुछ सीमित समय के लिए खोला जाता है। उस सीमित समय के अंदर कैंडिडेट्स अपने फॉर्म में करेक्शन कर सकते हैं।

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