जेईई यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन अडवांस्ड टेस्ट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। इसका आयोजन साल में एक बार किया जाता है। आयोजन की जिम्मेदारी हर साल अलग-अलग आईआईटी की होती है। परीक्षा का आयोजन जॉइंट ऐडमिशन बोर्ड (जेएबी) के मार्गदर्शन में होता। इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) समेत देश की 23 आईआईटीज में ऑफर किए जाने वाले बैचलर प्रोग्रामों, इंटेग्रेटिड मास्टर प्रोग्राम के साथ-साथ डुअल डिग्री प्रोग्राम में दाखिला इसके आधार पर होता है। जेईई अडवांस्ड के आधार पर निम्नलिखित कोर्सों में दाखिला लिया जा सकता है।
जेईई अडवांस्ड एग्जाम पैटर्न (JEE Advanced Exam Pattern)
जेईई अडवांस्ड में दो पेपर होते हैं। दोनों पेपर 3-3 घंटे का होता है। क्वस्चन पेपर हिंदी और इंग्लिश में अलग-अलग आता है।
जेईई अडवांस्ड एग्जाम के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय छात्रों को क्वेस्चन पेपर की भाषा का चुनाव करना होता है।
हर क्वेस्चन पेपर में तीन अलग-अलग पार्ट्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स होंगे।
जेईई अडवांस्ड के सवाल मल्टिपल चॉइस टाइप के होंगे। इसका मकसद किसी छात्र के कॉम्प्रिहेंशन, रीजनिंग और ऐनालिटिकल अबिलिटी को परखना होता है।
कुछ सेक्शन में गलत जवाब के लिए अतिरिक्त नंबर काटे जाएंगे।
कैंडिडेट्स को जवाब लिखने के लिए ऑप्टिकल रिस्पॉन्स शीट (ओआरएस) का दो पेज का डबलेट दिया जाएगा। ओआरएस के सामने वाले पेज पर हर सवालों के जवाब को मार्क करना होगा। जवाब के सामने गोल बबल सा बना होगा, सही जवाब के सामने वाले बबल को डार्क करना होगा।
कैंडिडेट्स को बबल को डार्क करने के लिए सिर्फ ब्लैक बॉल पॉइंट का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
वैध जवाबों के लिए बबल को डार्क करते समय छात्रों को प्रश्नपत्र पर छपे निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
सिलेबस
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स का सिलेबस नीचे दी गई तस्वीर में देख सकते हैं।
फिजिक्स का सिलेबस
केमिस्ट्री का सिलेबस
मैथमेटिक्स का सिलेबस
मार्किंग स्कीम (पहला पेपर)
* पेपर के कुल 264 मार्क्स होंगे।
* सभी 3 विषयों में 3 सेक्शन होंगे।
* फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* पहले सेक्शन के हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है यानी अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
* दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 4 नंबर होंगे। हर गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
* तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 2 नंबर होंगे और हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
दूसरे पेपर की मार्किंग स्कीम
* दूसरा पेपर कुल 240 नंबरों का होगा।
* सभी 3 विषयों में 3-3 सेक्शन होंगे।
* फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* पहले सेक्शन के हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है यानी अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
* दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 4 नंबर होंगे। हर गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
* तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 2 नंबर होंगे और हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
जेईई अडवांस्ड एग्जाम पैटर्न (JEE Advanced Exam Pattern)
जेईई अडवांस्ड में दो पेपर होते हैं। दोनों पेपर 3-3 घंटे का होता है। क्वस्चन पेपर हिंदी और इंग्लिश में अलग-अलग आता है।
जेईई अडवांस्ड एग्जाम के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय छात्रों को क्वेस्चन पेपर की भाषा का चुनाव करना होता है।
हर क्वेस्चन पेपर में तीन अलग-अलग पार्ट्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स होंगे।
जेईई अडवांस्ड के सवाल मल्टिपल चॉइस टाइप के होंगे। इसका मकसद किसी छात्र के कॉम्प्रिहेंशन, रीजनिंग और ऐनालिटिकल अबिलिटी को परखना होता है।
कुछ सेक्शन में गलत जवाब के लिए अतिरिक्त नंबर काटे जाएंगे।
कैंडिडेट्स को जवाब लिखने के लिए ऑप्टिकल रिस्पॉन्स शीट (ओआरएस) का दो पेज का डबलेट दिया जाएगा। ओआरएस के सामने वाले पेज पर हर सवालों के जवाब को मार्क करना होगा। जवाब के सामने गोल बबल सा बना होगा, सही जवाब के सामने वाले बबल को डार्क करना होगा।
कैंडिडेट्स को बबल को डार्क करने के लिए सिर्फ ब्लैक बॉल पॉइंट का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
वैध जवाबों के लिए बबल को डार्क करते समय छात्रों को प्रश्नपत्र पर छपे निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
सिलेबस
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स का सिलेबस नीचे दी गई तस्वीर में देख सकते हैं।
फिजिक्स का सिलेबस
केमिस्ट्री का सिलेबस
मैथमेटिक्स का सिलेबस
मार्किंग स्कीम (पहला पेपर)
* पेपर के कुल 264 मार्क्स होंगे।
* सभी 3 विषयों में 3 सेक्शन होंगे।
* फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 10 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* पहले सेक्शन के हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है यानी अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
* दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 4 नंबर होंगे। हर गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
* तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 2 नंबर होंगे और हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
दूसरे पेपर की मार्किंग स्कीम
* दूसरा पेपर कुल 240 नंबरों का होगा।
* सभी 3 विषयों में 3-3 सेक्शन होंगे।
* फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
* पहले सेक्शन के हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है यानी अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
* दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 4 नंबर होंगे। हर गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
* तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 2 नंबर होंगे और हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
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