जेईई यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन अडवांस्ड टेस्ट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। इसका आयोजन साल में एक बार किया जाता है। आयोजन की जिम्मेदारी हर साल अलग-अलग आईआईटी की होती है। परीक्षा का आयोजन जॉइंट ऐडमिशन बोर्ड (जेएबी) के मार्गदर्शन में होता। इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) समेत देश की 23 आईआईटीज में ऑफर किए जाने वाले बैचलर प्रोग्रामों, इंटेग्रेटिड मास्टर प्रोग्राम के साथ-साथ डुअल डिग्री प्रोग्राम में दाखिला इसके आधार पर होता है। जेईई अडवांस्ड के आधार पर निम्नलिखित कोर्सों में दाखिला लिया जा सकता है।
4 साल का बैचलर प्रोग्राम जैसे बीटेक और बीएस
5 साल का बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर
5 साल का डुअल डिग्री प्रोग्राम जैसे बीटेक, एमटेक, बीएस या एमएस
5 साल का इंटेग्रेटिड मास्टर प्रोग्राम जैसे एमटेक, एमएससी या डुअल डिग्री
जेईई अडवांस्ड योग्यता (JEE Advanced Eligibility)
जेईई अडवांस्ड का एग्जाम देने के लिए जेईई मेन क्लियर होना जरूरी है। इस एग्जाम की चाहत रखने वाले छात्रों को जेएबी द्वारा निर्धारित कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। जेईई अडवांस्ड की योग्यता की शर्तें निम्न हैं।
जेईई मेन में परफॉर्मेंस
कैंडिडेट्स का जेईई मेन परीक्षा पास होना जरूरी है। कैंडिडेट्स ने जेईई अडवांस्ड के लिए न्यूनतम कटऑफ मार्क्स हासिल किया हो। वह टॉप 245000 कैंडिडेट्स में शामिल हो।
जेईई अडवांस्ड में बैठने के लिए जेईई मेन में क्वॉलिफाइंग कटऑफ निम्न है...
आयु सीमा: भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एक हालिया फैसले के मुताबिक, जेईई अडवांस्ड में बैठने के लिए आयु सीमा समाप्त कर दी गई है। जेईई अडवांस्ड में किसी भी उम्र का कैंडिडेट बैठ सका है।
प्रयासों की संख्या: कोई भी छात्र लगातार दो सालों तक दो बार जेईई अडवांस्ड की परीक्षा दे सकता है।
12वीं क्लास की परीक्षा: कैंडिडेट्स ने 12वीं की परीक्षा दे दी हो।
IIT/ISM में ऐडमिशन: छात्र का पहले आईआईटी में दाखिला नहीं हुआ हो।
अगर किसी छात्र ने किसी आईआईटी में कोई प्रारंभिक पाठ्यक्रम में दाखिला लिया हो तो वह जेईई अडवांस्ड दे सकता है।
अगर किसी छात्र ने पिछले साल सीट के लिए फीस जमा कर दी हो लेकिन किसी रिपोर्टिंग केंद्र पर नहीं गए या सीट अलॉटमेंट की लास्ट राउंड से पहले नाम वापस ले लिया या सीट अलॉटमेंट के लिए आखिरी राउंड से पहले अपनी सीट कैंसल कर दी हो, वे छात्र जेईई अडवांस्ड दे सकते हैं।
जेईई अडवांस्ड ऐप्लिकेशन प्रोसेस (JEE Advanced Application Process)
जेईई अडवांस्ड के दाखिले की पूरी प्रक्रिया निम्न प्रकार से है।
जेईई अडवांस्ड रजिस्ट्रेशन या ऑनलाइन ऐप्लिकेशन फॉर्म भरना (JEE Advanced registration or filling the online application form)
जेईई अडवांस्ड एग्जाम के लिए पहला चरण ऑनलाइन ऐप्लिकेशन फॉर्म भरने का है। इसके लिए जेईई मेन 2019 के दौरान ही परीक्षा देने का विकल्प चुना जा सकता है। अगर उस समय विकल्प नहीं चुना है तो पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के प्रोसेस को पूरा होने के बाद जेईई अडवांस्ड के ऐप्लिकेशन को वापस नहीं लिया जा सकता है। फॉर्म वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन भरा जा सकता है।
जेईई अडवांस्ड ऐडमिट कार्ड (JEE Advanced Admit Card)
जेईई अडवांस्ड का रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद कैंडिडेट्स अपना ऐडमिट कार्ड ऑफिशल पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं। जेईई अडवांस्ड रजिस्ट्रेशन के समय कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटरों की लिस्ट में से अपना एग्जाम सेंटर चुन सकते हैं। छात्र जो एग्जाम सेंटर चुनेंगे, वह उनके ऐडमिट कार्ड पर दिखेगा। एग्जाम सेंटर के नाम के साथ ही ऐडमिट कार्ड पर उसका पता भी दिखेगा।
परीक्षा के समय कैंडिडेट्स से उनके डाउनलोड किए गए ऐडमिट कार्ड की एक कॉपी जमा करने को कहा जाएगा। जेईई अडवांस्ड ऐडमिट कार्ड की मूल प्रति को छात्र परीक्षा की सारी औपचारिकताओं को पूरी होने तक अपने पास रख सकते हैं।
जेईई अडवांस्ड रिजल्ट (JEE Advanced Result)
आमतौर पर जेईई अडवांस्ड का रिजल्ट हर साल जून में जारी किया जाता है। एग्जाम रिजल्ट में कैंडिडेट्स द्वारा एग्जाम में हासिल स्कोर और क्वॉलिफाइंग स्टैटस होता है। परीक्षा का आयोजन करने वाली आईआईटी की ऑफिशल वेबसाइट पर छात्र अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
ऐडमिशन प्रोसेस (Admission Process)
रिजल्ट आने के बाद काउंसलिंग शेड्यूल चलता है। काउंसलिंग के आधार पर कैंडिडेट्स को उनकी पसंद की आईआईटी या आईएसएम में दाखिला मिल सकता है। वैसे आईआईटी या आईएसएम में दाखिला करने के लिए कैंडिडेट्स को निम्न शर्तों को पूरा करना आवश्यक है।
छात्र अपनी 12वीं या समकक्ष बोर्ड एग्जाम में सफल छात्रों की कैटिगरी वाइज टॉप 20 पर्सेंटाइल में शामिल हो। छात्र ने परीक्षा में कम से कम 75 फीसदी नंबर हासिल किया हो। यह 75 फीसदी नंबर जनरल और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के लिए है। एससी, एसटी और पीड्ब्ल्यूडी कैटिगरी के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा में 70 फीसदी नंबर होना जरूरी है।
4 साल का बैचलर प्रोग्राम जैसे बीटेक और बीएस
5 साल का बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर
5 साल का डुअल डिग्री प्रोग्राम जैसे बीटेक, एमटेक, बीएस या एमएस
5 साल का इंटेग्रेटिड मास्टर प्रोग्राम जैसे एमटेक, एमएससी या डुअल डिग्री
जेईई अडवांस्ड योग्यता (JEE Advanced Eligibility)
जेईई अडवांस्ड का एग्जाम देने के लिए जेईई मेन क्लियर होना जरूरी है। इस एग्जाम की चाहत रखने वाले छात्रों को जेएबी द्वारा निर्धारित कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। जेईई अडवांस्ड की योग्यता की शर्तें निम्न हैं।
जेईई मेन में परफॉर्मेंस
कैंडिडेट्स का जेईई मेन परीक्षा पास होना जरूरी है। कैंडिडेट्स ने जेईई अडवांस्ड के लिए न्यूनतम कटऑफ मार्क्स हासिल किया हो। वह टॉप 245000 कैंडिडेट्स में शामिल हो।
जेईई अडवांस्ड में बैठने के लिए जेईई मेन में क्वॉलिफाइंग कटऑफ निम्न है...
कैटिगरी | कटऑफ एनटीए स्कोर (परसेंटाइल) |
कॉमन रैंक लिस्ट | 89.7548849 |
जनरल-ईडब्ल्यूएस | 78.2174869 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी-गैर क्रीमी लेयर) | 74.3166557 |
अनुसूचित जाति | 54.0128155 |
अनुसूचित जनजाति | 44.3345172 |
दिव्यांग | 0.11371730 |
आयु सीमा: भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एक हालिया फैसले के मुताबिक, जेईई अडवांस्ड में बैठने के लिए आयु सीमा समाप्त कर दी गई है। जेईई अडवांस्ड में किसी भी उम्र का कैंडिडेट बैठ सका है।
प्रयासों की संख्या: कोई भी छात्र लगातार दो सालों तक दो बार जेईई अडवांस्ड की परीक्षा दे सकता है।
12वीं क्लास की परीक्षा: कैंडिडेट्स ने 12वीं की परीक्षा दे दी हो।
IIT/ISM में ऐडमिशन: छात्र का पहले आईआईटी में दाखिला नहीं हुआ हो।
अगर किसी छात्र ने किसी आईआईटी में कोई प्रारंभिक पाठ्यक्रम में दाखिला लिया हो तो वह जेईई अडवांस्ड दे सकता है।
अगर किसी छात्र ने पिछले साल सीट के लिए फीस जमा कर दी हो लेकिन किसी रिपोर्टिंग केंद्र पर नहीं गए या सीट अलॉटमेंट की लास्ट राउंड से पहले नाम वापस ले लिया या सीट अलॉटमेंट के लिए आखिरी राउंड से पहले अपनी सीट कैंसल कर दी हो, वे छात्र जेईई अडवांस्ड दे सकते हैं।
जेईई अडवांस्ड ऐप्लिकेशन प्रोसेस (JEE Advanced Application Process)
जेईई अडवांस्ड के दाखिले की पूरी प्रक्रिया निम्न प्रकार से है।
जेईई अडवांस्ड रजिस्ट्रेशन या ऑनलाइन ऐप्लिकेशन फॉर्म भरना (JEE Advanced registration or filling the online application form)
जेईई अडवांस्ड एग्जाम के लिए पहला चरण ऑनलाइन ऐप्लिकेशन फॉर्म भरने का है। इसके लिए जेईई मेन 2019 के दौरान ही परीक्षा देने का विकल्प चुना जा सकता है। अगर उस समय विकल्प नहीं चुना है तो पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के प्रोसेस को पूरा होने के बाद जेईई अडवांस्ड के ऐप्लिकेशन को वापस नहीं लिया जा सकता है। फॉर्म वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन भरा जा सकता है।
जेईई अडवांस्ड ऐडमिट कार्ड (JEE Advanced Admit Card)
जेईई अडवांस्ड का रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद कैंडिडेट्स अपना ऐडमिट कार्ड ऑफिशल पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं। जेईई अडवांस्ड रजिस्ट्रेशन के समय कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटरों की लिस्ट में से अपना एग्जाम सेंटर चुन सकते हैं। छात्र जो एग्जाम सेंटर चुनेंगे, वह उनके ऐडमिट कार्ड पर दिखेगा। एग्जाम सेंटर के नाम के साथ ही ऐडमिट कार्ड पर उसका पता भी दिखेगा।
परीक्षा के समय कैंडिडेट्स से उनके डाउनलोड किए गए ऐडमिट कार्ड की एक कॉपी जमा करने को कहा जाएगा। जेईई अडवांस्ड ऐडमिट कार्ड की मूल प्रति को छात्र परीक्षा की सारी औपचारिकताओं को पूरी होने तक अपने पास रख सकते हैं।
जेईई अडवांस्ड रिजल्ट (JEE Advanced Result)
आमतौर पर जेईई अडवांस्ड का रिजल्ट हर साल जून में जारी किया जाता है। एग्जाम रिजल्ट में कैंडिडेट्स द्वारा एग्जाम में हासिल स्कोर और क्वॉलिफाइंग स्टैटस होता है। परीक्षा का आयोजन करने वाली आईआईटी की ऑफिशल वेबसाइट पर छात्र अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
ऐडमिशन प्रोसेस (Admission Process)
रिजल्ट आने के बाद काउंसलिंग शेड्यूल चलता है। काउंसलिंग के आधार पर कैंडिडेट्स को उनकी पसंद की आईआईटी या आईएसएम में दाखिला मिल सकता है। वैसे आईआईटी या आईएसएम में दाखिला करने के लिए कैंडिडेट्स को निम्न शर्तों को पूरा करना आवश्यक है।
छात्र अपनी 12वीं या समकक्ष बोर्ड एग्जाम में सफल छात्रों की कैटिगरी वाइज टॉप 20 पर्सेंटाइल में शामिल हो। छात्र ने परीक्षा में कम से कम 75 फीसदी नंबर हासिल किया हो। यह 75 फीसदी नंबर जनरल और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के लिए है। एससी, एसटी और पीड्ब्ल्यूडी कैटिगरी के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा में 70 फीसदी नंबर होना जरूरी है।
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