Interview Tips For Defence forces: जब हम डिफेंस फोर्स में शामिल होने की इच्छा रखने वाली युवा महिला कैंडिडेट्स के बीच सबसे अधिक डिमांड वाले करियर ऑप्शन के बारे में बात करते हैं, तो मिलिट्री नर्सिंग सर्विस - एमएनएस परीक्षा हमेशा लिस्ट में सबसे ऊपर होती है। आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज और कमांड हॉस्पिटलों द्वारा ऑफर किए गए कुल 220 रिक्तियों के साथ 4-वर्षीय बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन पाने के लिए, युवा महिला कैंडिडेट्स को लिखित और इंटरव्यू दोनों राउंड में एक्सीलेंस परफार्मेंस के साथ MNS एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है।
अंत में, सभी स्टेज को पूरा करने के बाद, कैंडिडेट्स को मेरिट-कम-च्वाइस के आधार पर आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों और कमांड हॉस्पिटलों में एडमिशन दिया जाता है।
देशभर के इन 6 कॉलेजों में मिलता है एडमिशन
बीएससी नर्सिंग ट्रेनिंग के लिए देश भर के 6 कॉलेजों में एडमिशन होता है जिसमें एएफएमसी पुणे, सीएच (ईसी) कोलकाता, आईएनएचएस अश्विनी, एएच (रैंडआर) नई दिल्ली, सीएच (सीसी), लखनऊ और सीएच (एएफ) बैंगलोर हैं।
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होता है टफ कॉम्पीटिशन
चूंकि आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों और कमांड अस्पतालों को भारत के एक प्रमुख मेडिकल इंस्टीट्यूट और एजुकेशन व रिसर्च के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में मान्यता दी गई है, इसलिए एडमिशन के लिए अपनी सीटें सुरक्षित करने के लिए युवा महिला कैंडिडेट के बीच हमेशा हाई कंपीटिशन रहता है। इस प्रकार, एमएनएस एडमिशन एग्जाम से डिफेंस सर्विस में योग्य महिला कैंडिडेट को एश्योर्ड कैरियर ऑप्शन मिलता है। एमएनएस परीक्षा को पहले प्रयास में पास करने की मेंटलिटी अपने आप में दृढ़ विश्वास और ट्रू पोटेंशियल के साथ शुरू होती है। संभावित कैंडिडेट को लिखित और इंटरव्यू दोनों राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करने की जरूरत होती है।
इंटरव्यू को पास करने के लिए जरूरी टिप्स
पहले प्रयास में MNS परीक्षा को पास करने के लिए डेडिकेटेड अप्रोच के साथ केवल एक चीज की सबसे अधिक आवश्यकता होती है और वह है हार्ड वर्क। MNS परीक्षा मॉडरेट लेवल की होती है, लेकिन कंपीटिशन टफ होता है, इसलिए जो कैंडिडेट आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों में अपना एडमिशन सिक्योर करना चाहते हैं, उन्हें अपनी तैयारी अन्य लोगों की तुलना में थोड़ी अधिक गहराई से करनी होगी। MNS इंटरव्यू एक पैनल इंटरव्यू है जिसमें 4-5 सीनियर ऑॅफिसर बेस्ट मिलिट्री नर्सों का चयन करते हैं।
इंटरव्यू बहुत जरूरी भूमिका निभाता है क्योंकि MNS की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, B.sc नर्सिंग की लगभग 1 सीट के लिए 3-4 कैंडिडेट होते हैं जिनका पैनल द्वारा इंटरव्यू लिया जाता है। ऐसे में MNS के इंटरव्यू में टफ कंपीटिशन होता है।
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MNS लिखित परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी के टिप्स
MNS लिखित परीक्षा मॉडरेट लेवल की होती है और इसमें जेनरल अंग्रेजी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी और जेनरल इंटेलिजेंस जैसे सब्जेक्ट्स के प्रश्न होते हैं। जेनरल अंग्रेजी पूरे सिलेबस का एक बेसिक कंपोनेंट है और इसमें रीडिंग कंप्रीहेंशन, कीवर्ड और वोकेवलरी से फैमिलियर होना, सिनोनिम एंटोनिम का नॉलेज आदि जैसे सब्जेक्ट शामिल हैं। पर्याप्त अंक प्राप्त करने के लिए MNS सिलेबस में जेनरल इंटेलिजेंस और जेनरल साइंस का समान स्थान है।
10+2 सिलेबस का बेसिक नॉलेज और MNS सिलेबस में शामिल कुछ एडवांस टॉपिक से फैमिलियर होना जेनरल साइंस में एक्सीलेंस पाने के लिए काफी है। इसी तरह, जनरल इंटेलिजेंस उम्मीदवारों की जेनरल और मेंटल अवेयरनेस का टेस्ट करता है। यह मुख्य रूप से तर्क और प्रॉब्लम सॉल्विंग अप्रोच पर केंद्रित है।
MNS परीक्षा कैसे पास करें
परीक्षा को पास करने के लिए, MNS सिलेबस का पूरा नॉलेज होना और परीक्षा पैटर्न और चयन प्रक्रिया को जानना जरूरी है। यह जरूरी है कि कैंडिडेट प्रोपर टाइम टेबल बनाकर उसे फॉलो करते हुए लगातार पढ़ाई करते रहें। मॉक टेस्ट को सॉल्व करके रेगुलर प्रैक्टिस के माध्यम से बेहतर परफॉर्मेंस के लिए अपनी कैपेबिलिटी का लगातार विश्लेषण करते रहें। डेली बेसिस पर इंपोर्टेंट कॉन्सेप्ट का रिवीजन करते रहने से जरूरी टॉपिक्स लंबे समय तक याद रखने में मदद मिलेगी।
इंटरव्यू प्रोसेस के दौरान एक कैंडिडेंट के एटिट्यूट, इंटेलिजेंस और इनर स्किल को परखा जाता है। MNS का इंटरव्यू काफी पेचीदा होता है क्योंकि इसमें कैंडिडेट्स को इंटेलिजेंस ऑब्जर्वेंस और पर्सनालिटी के आधार पर परखा जाता है।
अंत में, सभी स्टेज को पूरा करने के बाद, कैंडिडेट्स को मेरिट-कम-च्वाइस के आधार पर आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों और कमांड हॉस्पिटलों में एडमिशन दिया जाता है।
देशभर के इन 6 कॉलेजों में मिलता है एडमिशन
बीएससी नर्सिंग ट्रेनिंग के लिए देश भर के 6 कॉलेजों में एडमिशन होता है जिसमें एएफएमसी पुणे, सीएच (ईसी) कोलकाता, आईएनएचएस अश्विनी, एएच (रैंडआर) नई दिल्ली, सीएच (सीसी), लखनऊ और सीएच (एएफ) बैंगलोर हैं।
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होता है टफ कॉम्पीटिशन
चूंकि आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों और कमांड अस्पतालों को भारत के एक प्रमुख मेडिकल इंस्टीट्यूट और एजुकेशन व रिसर्च के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में मान्यता दी गई है, इसलिए एडमिशन के लिए अपनी सीटें सुरक्षित करने के लिए युवा महिला कैंडिडेट के बीच हमेशा हाई कंपीटिशन रहता है। इस प्रकार, एमएनएस एडमिशन एग्जाम से डिफेंस सर्विस में योग्य महिला कैंडिडेट को एश्योर्ड कैरियर ऑप्शन मिलता है। एमएनएस परीक्षा को पहले प्रयास में पास करने की मेंटलिटी अपने आप में दृढ़ विश्वास और ट्रू पोटेंशियल के साथ शुरू होती है। संभावित कैंडिडेट को लिखित और इंटरव्यू दोनों राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करने की जरूरत होती है।
इंटरव्यू को पास करने के लिए जरूरी टिप्स
पहले प्रयास में MNS परीक्षा को पास करने के लिए डेडिकेटेड अप्रोच के साथ केवल एक चीज की सबसे अधिक आवश्यकता होती है और वह है हार्ड वर्क। MNS परीक्षा मॉडरेट लेवल की होती है, लेकिन कंपीटिशन टफ होता है, इसलिए जो कैंडिडेट आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेजों में अपना एडमिशन सिक्योर करना चाहते हैं, उन्हें अपनी तैयारी अन्य लोगों की तुलना में थोड़ी अधिक गहराई से करनी होगी। MNS इंटरव्यू एक पैनल इंटरव्यू है जिसमें 4-5 सीनियर ऑॅफिसर बेस्ट मिलिट्री नर्सों का चयन करते हैं।
इंटरव्यू बहुत जरूरी भूमिका निभाता है क्योंकि MNS की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, B.sc नर्सिंग की लगभग 1 सीट के लिए 3-4 कैंडिडेट होते हैं जिनका पैनल द्वारा इंटरव्यू लिया जाता है। ऐसे में MNS के इंटरव्यू में टफ कंपीटिशन होता है।
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MNS लिखित परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी के टिप्स
MNS लिखित परीक्षा मॉडरेट लेवल की होती है और इसमें जेनरल अंग्रेजी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी और जेनरल इंटेलिजेंस जैसे सब्जेक्ट्स के प्रश्न होते हैं। जेनरल अंग्रेजी पूरे सिलेबस का एक बेसिक कंपोनेंट है और इसमें रीडिंग कंप्रीहेंशन, कीवर्ड और वोकेवलरी से फैमिलियर होना, सिनोनिम एंटोनिम का नॉलेज आदि जैसे सब्जेक्ट शामिल हैं। पर्याप्त अंक प्राप्त करने के लिए MNS सिलेबस में जेनरल इंटेलिजेंस और जेनरल साइंस का समान स्थान है।
10+2 सिलेबस का बेसिक नॉलेज और MNS सिलेबस में शामिल कुछ एडवांस टॉपिक से फैमिलियर होना जेनरल साइंस में एक्सीलेंस पाने के लिए काफी है। इसी तरह, जनरल इंटेलिजेंस उम्मीदवारों की जेनरल और मेंटल अवेयरनेस का टेस्ट करता है। यह मुख्य रूप से तर्क और प्रॉब्लम सॉल्विंग अप्रोच पर केंद्रित है।
MNS परीक्षा कैसे पास करें
परीक्षा को पास करने के लिए, MNS सिलेबस का पूरा नॉलेज होना और परीक्षा पैटर्न और चयन प्रक्रिया को जानना जरूरी है। यह जरूरी है कि कैंडिडेट प्रोपर टाइम टेबल बनाकर उसे फॉलो करते हुए लगातार पढ़ाई करते रहें। मॉक टेस्ट को सॉल्व करके रेगुलर प्रैक्टिस के माध्यम से बेहतर परफॉर्मेंस के लिए अपनी कैपेबिलिटी का लगातार विश्लेषण करते रहें। डेली बेसिस पर इंपोर्टेंट कॉन्सेप्ट का रिवीजन करते रहने से जरूरी टॉपिक्स लंबे समय तक याद रखने में मदद मिलेगी।
इंटरव्यू प्रोसेस के दौरान एक कैंडिडेंट के एटिट्यूट, इंटेलिजेंस और इनर स्किल को परखा जाता है। MNS का इंटरव्यू काफी पेचीदा होता है क्योंकि इसमें कैंडिडेट्स को इंटेलिजेंस ऑब्जर्वेंस और पर्सनालिटी के आधार पर परखा जाता है।
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