जो भी छात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं उन्हें सीयूईटी 2022 (CUET 2022) में भाग लेना होगा। इस एंट्रेंस परीक्षा में सफल होने के लिए छात्रों को एक बेहतर स्ट्रेटेजी की आवश्यकता होगी। बेहतर तैयारी बेहतर रिजल्ट के रूप में सामने आएगा। तैयारी से पहले छात्रों को जान लेना चाहिए कि परीक्षा का सिलेबस कैसा है, कौन-सी किताबें पढ़नी हैं और साथ ही कैसा टाइम-टेबल बनाना है। आइए इस लेख के माध्यम से एक-एक कर जानते हैं कि क्या है सीयूईटी की तैयारी की स्ट्रेटेजी।
1- सिलेबस और पेपर पैटर्न को समझ लें
परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि तैयारी से पहले पेपर पैटर्न और उसके सिलेबस को समझ लें और जान लें कि किस तरह के प्रश्न परीक्षा के दौरान पूछे जाएंगे। ऐसा करने से तैयारी में आसानी होगी और छात्रों का समय बचेगा।
2- कॉन्सेप्ट को अच्छे से समझें
विषयों की गहरी समझ और कॉन्सेप्ट स्पष्ट होना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उसी आधार पर छात्रों के नॉलेज को टेस्ट किया जाता है। छात्रों को यह सलाह दी जाती है कि कॉन्सेप्ट को ध्यान में रखकर इस तरह से पढ़ें ताकि यह आइडिया हो सके कि किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
3- नोट्स बनाएं
तैयारी के समय का सबसे जरूरी हिस्सा है नोट्स बनाना। जो भी पढ़ रहे हैं उसके नोट्स बनाते रहें ताकि रिवीजन करते समय कोई समस्या न आए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि नोट मेकिंग में ज्यादा समय बर्बाद न हो। केवल उन्हीं टॉपिक्स पर नोट्स बनाएं जो किताबों या मैगजीन में उपलब्ध न हो। ये नोट्स रिवीजन के समय तो मदद करेंगे ही साथ ही कॉन्सेप्ट समझने में भी मदद करेंगे।
4- खुद की जांच करें
परीक्षा की तैयारी करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है समय-समय पर खुद की जांच करना। जब पूरे सिलेबस की तैयारी हो जाए तो खुद को जांचने के लिए मॉक टेस्ट देते रहें। ऐसा करने से आपको संभावित प्रश्नों का तो अंदाजा होगा ही साथ ही आप अपनी तैयारी का लेवल भी जान पाएंगे।
5- स्टडी प्लान है जरूरी
पढ़ने और किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी है कि एक बेहतर स्टडी प्लान बनाना। तैयारी से पहले टाइम-टेबल बना लें और उसी के अनुसार पढ़ाई करना शुरू करें। छात्र तैयारी के साथ-साथ मॉक टेस्ट और रिवीजन के लिए भी टाइम-टेबल बनाएं।
1- सिलेबस और पेपर पैटर्न को समझ लें
परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि तैयारी से पहले पेपर पैटर्न और उसके सिलेबस को समझ लें और जान लें कि किस तरह के प्रश्न परीक्षा के दौरान पूछे जाएंगे। ऐसा करने से तैयारी में आसानी होगी और छात्रों का समय बचेगा।
2- कॉन्सेप्ट को अच्छे से समझें
विषयों की गहरी समझ और कॉन्सेप्ट स्पष्ट होना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उसी आधार पर छात्रों के नॉलेज को टेस्ट किया जाता है। छात्रों को यह सलाह दी जाती है कि कॉन्सेप्ट को ध्यान में रखकर इस तरह से पढ़ें ताकि यह आइडिया हो सके कि किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
3- नोट्स बनाएं
तैयारी के समय का सबसे जरूरी हिस्सा है नोट्स बनाना। जो भी पढ़ रहे हैं उसके नोट्स बनाते रहें ताकि रिवीजन करते समय कोई समस्या न आए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि नोट मेकिंग में ज्यादा समय बर्बाद न हो। केवल उन्हीं टॉपिक्स पर नोट्स बनाएं जो किताबों या मैगजीन में उपलब्ध न हो। ये नोट्स रिवीजन के समय तो मदद करेंगे ही साथ ही कॉन्सेप्ट समझने में भी मदद करेंगे।
4- खुद की जांच करें
परीक्षा की तैयारी करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है समय-समय पर खुद की जांच करना। जब पूरे सिलेबस की तैयारी हो जाए तो खुद को जांचने के लिए मॉक टेस्ट देते रहें। ऐसा करने से आपको संभावित प्रश्नों का तो अंदाजा होगा ही साथ ही आप अपनी तैयारी का लेवल भी जान पाएंगे।
5- स्टडी प्लान है जरूरी
पढ़ने और किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी है कि एक बेहतर स्टडी प्लान बनाना। तैयारी से पहले टाइम-टेबल बना लें और उसी के अनुसार पढ़ाई करना शुरू करें। छात्र तैयारी के साथ-साथ मॉक टेस्ट और रिवीजन के लिए भी टाइम-टेबल बनाएं।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।