केवल 10 दिनों बाद ही नीट यूजी का आयोजन किया जाएगा यानी 17 जुलाई को देश भर में परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों के पास रिवीजन करने के लिए बहुत ही कम समय रह गया है। ऐसे में बेहतर अंको के लिए आवश्यक है बेहतर प्लानिंग और बेहतर स्ट्रेटेजी की। आइए कुछ बेहद ही खास टिप्स (NEET Revision Tips) के विषय में बात करते है जो आखिरी के 10 दिनों में आपके रिवीजन को बेहतर बना कर अच्छे अंक दिलाने में मदद कर सकते हैं।
1- रिवीजन के लिए खास किताबें जरूरी
छात्रों ने नीट की तैयारी कर ली होगी और रिवीजन की तरफ बढ़ गए होंगे। लेकिन मसला ये है कि कौन- सी किताबें रिवीजन के लिहाज से बेहतर हैं और इसका चुनाव कैसे किया जाए। इसके लिए छात्र किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं या ऑनलाइन किसी टॉपर के विडियो को देख सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें रिवीजन सामग्री के विषय में जानकारी मिलेगी।
2- रिवीजन के लिए खास टाइम-टेबल
आपने तैयारी के दौरान तो टाइम-टेबल बनाया ही होगा लेकिन रिवीजन के समय उस टाइम-टेबल को फॉलो करना थोड़ा कठिन होगा। रिवीजन के लिए जरूरी है कि ऐसा टाइम-टेबल बनाया जाए जिसमें हर विषय शामिल हो जाए और फिर उसी के अनुसार पढ़ाई की जाए।
3- महत्वपूर्ण टॉपिक को जानें
रिवीजन और फुल तैयारी में अंतर यही है कि फुल तैयारी में आपको सभी टॉपिक को एक समान समय देना पड़ता है। लेकिन रिवीजन में यह स्ट्रेटेजी बिल्कुल बदल जाती है। रिवीजन के दौरान समय कम रहता है और छात्रों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रिवीजन के दौरान परीक्षा में पूछे जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक और उससे जुड़े प्रश्नों की पहचान की जाए।
4- नोट्स को न करें इग्नोर
किसी भी परीक्षा के रिवीजन के दौरान नोट्स सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नीट में भाग लेने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि तैयारी के दौरान बनाए गए नोट्स को जरूर पढ़ें। रिवीजन में नोट्स से तैयारी करना छात्रों को बेहद लाभ पहुंचा सकता है। नोट्स से पढ़ना टू द प्वाइंट तैयारी के लिए जरूरी है।
5- मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें
तैयारी खत्म हो जाने के बाद समय होता है रिवीजन का और रिवीजन के दौरान ही खुद को टेस्ट करना उतना ही आवश्यक है। खुद की तैयारी को जांचने के लिए मॉक टेस्ट एक बेहतर विकल्प हो सकता है। समय-समय पर मॉक टेस्ट देते रहें और अपनी कमजोर कड़ी को जांचते रहें।
1- रिवीजन के लिए खास किताबें जरूरी
छात्रों ने नीट की तैयारी कर ली होगी और रिवीजन की तरफ बढ़ गए होंगे। लेकिन मसला ये है कि कौन- सी किताबें रिवीजन के लिहाज से बेहतर हैं और इसका चुनाव कैसे किया जाए। इसके लिए छात्र किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं या ऑनलाइन किसी टॉपर के विडियो को देख सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें रिवीजन सामग्री के विषय में जानकारी मिलेगी।
2- रिवीजन के लिए खास टाइम-टेबल
आपने तैयारी के दौरान तो टाइम-टेबल बनाया ही होगा लेकिन रिवीजन के समय उस टाइम-टेबल को फॉलो करना थोड़ा कठिन होगा। रिवीजन के लिए जरूरी है कि ऐसा टाइम-टेबल बनाया जाए जिसमें हर विषय शामिल हो जाए और फिर उसी के अनुसार पढ़ाई की जाए।
3- महत्वपूर्ण टॉपिक को जानें
रिवीजन और फुल तैयारी में अंतर यही है कि फुल तैयारी में आपको सभी टॉपिक को एक समान समय देना पड़ता है। लेकिन रिवीजन में यह स्ट्रेटेजी बिल्कुल बदल जाती है। रिवीजन के दौरान समय कम रहता है और छात्रों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रिवीजन के दौरान परीक्षा में पूछे जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक और उससे जुड़े प्रश्नों की पहचान की जाए।
4- नोट्स को न करें इग्नोर
किसी भी परीक्षा के रिवीजन के दौरान नोट्स सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नीट में भाग लेने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि तैयारी के दौरान बनाए गए नोट्स को जरूर पढ़ें। रिवीजन में नोट्स से तैयारी करना छात्रों को बेहद लाभ पहुंचा सकता है। नोट्स से पढ़ना टू द प्वाइंट तैयारी के लिए जरूरी है।
5- मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें
तैयारी खत्म हो जाने के बाद समय होता है रिवीजन का और रिवीजन के दौरान ही खुद को टेस्ट करना उतना ही आवश्यक है। खुद की तैयारी को जांचने के लिए मॉक टेस्ट एक बेहतर विकल्प हो सकता है। समय-समय पर मॉक टेस्ट देते रहें और अपनी कमजोर कड़ी को जांचते रहें।
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