सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के लिए आपको तीन चरणों बुनियादी, अडवांस स्टडी और करंट स्टडी से गुजरना होता है। इसमें बेसिक्स यानी बुनियादी स्टडी के लिए एनसीईआरटी की किताबों को सर्वोत्तम स्रोत माना जाता है। एनसीईआरटी की किताबें सभी विषयों के बेसिक्स को क्लियर करने के लिए मजबूत आधार का काम करती हैं। इन किताबों को उस क्षेत्र के विशेषज्ञ और शिक्षाविद की निगरानी में तैयार किया जाता है। इसमें दी गई सूचनाएं और तथ्य प्रमाणिक होते हैं। यही कारण है कि यूपीएससी में कई सवाल सीधे एनसीईआरटी से पूछे जाते हैं।
छात्र गंभीरता से नहीं लेते
कई स्टूडेंट्स एनसीईआरटी की किताबों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। वह सरसरी तौर पर तेजी से इसके सभी खंडों पर एक नजर डालकर आगे बढ़ जाते हैं और कहते हैं कि एनसीईआरटी की किताबें पढ़ लीं। ऐसा करके वे अपना नुकसान करते हैं क्योंकि गंभीरता से नहीं पढ़े होने के कारण कई बार आसान सवालों का भी वे सही जवाब नहीं दे पाते हैं।
कैसे करें एनसीईआरटी की पढ़ाई
यूपीएससी की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को एनसीईआरटी की 6-12 क्लास तक की प्रत्येक पुस्तक के हर टॉपिक को गंभीरता से पढ़कर उसके शॉर्ट नोट्स बना लेना चाहिए। स्टूडेंट्स चाहे किसी भी स्ट्रीम का हो, उसे एनसीईआरटी की किताबों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बेसिक्स के साथ कॉन्सेप्ट भी क्लियर करना चाहिए। एनसीईआरटी की टेक्स्ट बुक पढ़ने के बाद यू ट्यूब पर संबंधित सूचनाएं और जानकारियां विडियो के माध्यम से समझनी चाहिए या फिर गूगल पर सर्च करके नोटबुक में अलग से नोट कर लेना चाहिए।
एनसीईआरटी की सभी किताबों को यदि फोकस होकर रोज 3 घंटे लगभग पढ़ते हैं तो तीन महीने में सभी सब्जेक्ट कवर कर सकते हैं।
छात्र गंभीरता से नहीं लेते
कई स्टूडेंट्स एनसीईआरटी की किताबों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। वह सरसरी तौर पर तेजी से इसके सभी खंडों पर एक नजर डालकर आगे बढ़ जाते हैं और कहते हैं कि एनसीईआरटी की किताबें पढ़ लीं। ऐसा करके वे अपना नुकसान करते हैं क्योंकि गंभीरता से नहीं पढ़े होने के कारण कई बार आसान सवालों का भी वे सही जवाब नहीं दे पाते हैं।
कैसे करें एनसीईआरटी की पढ़ाई
यूपीएससी की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को एनसीईआरटी की 6-12 क्लास तक की प्रत्येक पुस्तक के हर टॉपिक को गंभीरता से पढ़कर उसके शॉर्ट नोट्स बना लेना चाहिए। स्टूडेंट्स चाहे किसी भी स्ट्रीम का हो, उसे एनसीईआरटी की किताबों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बेसिक्स के साथ कॉन्सेप्ट भी क्लियर करना चाहिए। एनसीईआरटी की टेक्स्ट बुक पढ़ने के बाद यू ट्यूब पर संबंधित सूचनाएं और जानकारियां विडियो के माध्यम से समझनी चाहिए या फिर गूगल पर सर्च करके नोटबुक में अलग से नोट कर लेना चाहिए।
एनसीईआरटी की सभी किताबों को यदि फोकस होकर रोज 3 घंटे लगभग पढ़ते हैं तो तीन महीने में सभी सब्जेक्ट कवर कर सकते हैं।
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