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UPSC Civil Services Prelims: देखें पिछले 6 साल के क्वेश्चन पेपर्स

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UPSC Civil Services Prelims 2020 Question papers download: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा (UPSC CSE prelims 2020) का आयोजन 31 मई 2020 को निर्धारित है। हालांकि इस तारीख में बदलाव संभव है, लेकिन आयोग की ओर से अब तक कोई अपडेट नहीं दिया गया है।

बहरहाल, इस परीक्षा की तैयारी में जुटे लाखों उम्मीदवारों के लिए अब जरूरी है कि वे पिछले सालों के पेपर्स एक बार जरूर देख लें। यहां हम आपको यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के पिछले 6 साल के क्वेश्चन पेपर्स दे रहे हैं। आप उन पेपर्स को सिर्फ एक क्लिक में डाउनलोड कर सकते हैं।

उससे पहले एक बार यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न (UPSC Civil Services Prelims Exam Pattern) पर नजर डाल लें।

ये भी पढ़ें : UPSC Civil Services: परीक्षा पास करने वालों को इन 24 सेवाओं में मिलती हैं नौकरियां

प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न
इस परीक्षा में दो पेपर्स होते हैं। दोनों ही पेपर में शामिल होना अनवार्य होता है। हर पेपर 200 अंकों का होता है। यानी प्रारंभिक परीक्षा कुल 400 अंकों की होती है।

दोनों पेपर्स (जेनरल स्टडीज पेपर-1 और जेनरल स्टडीज पेपर-2) में ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ) पूछे जाते हैं। एक पेपर के लिए अभ्यर्थियों को दो घंटे का समय दिया जाता है। यानी परीक्षा के लिए कुछ चार घंटे हते हैं।

यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में जेनरल स्टडीज पेपर-2 क्वालिफाइंग पेपर होता है। यानी इसमें सफल होने के लिए इस पेपर में कम से कम 33 फीसदी अंक लाना जरूरी है। क्वेश्चन पेपर्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होते हैं।

इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होती है। हर गलत जवाब पर आपके वो अंक कटेंगे जो आपने सही जवाब देकर हासिल किए होंगे। इसलिए जवाब देते वक्त पूरी सावधानी बरतें।

ये भी पढ़ें : UPSC Prelims 2020: ये रहा पूरा सिलेबस, इतने नंबर से हो जाएंगे पास

पिछले साल के पेपर्स
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। जरूरी है कि आप बीते सालों में पूछे गए सवालों पर एक नजर जरूर डाल लें। इससे आपको सवालों के पैटर्न भी समझ आ जाएंगे और दिए समय पेपर हल करने की प्रैक्टिस भी हो जाएगी। कई बार पुराने सवाल दोबारा भी पूछ लिए जाते हैं।

यहां हम आपको साल 2014 से लेकर 2019 तक के यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के क्वेश्चन पेपर्स दे रहे हैं। पेपर-1 और पेपर-2 दोनों हैं। आप इन्हें नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।

UPSC Civil Services Prelims 2019 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2019 Question Paper - 2

UPSC Civil Services Prelims 2018 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2018 Question Paper - 2

UPSC Civil Services Prelims 2017 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2017 Question Paper - 2

UPSC Civil Services Prelims 2016 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2016 Question Paper - 2

UPSC Civil Services Prelims 2015 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2015 Question Paper - 2

UPSC Civil Services Prelims 2014 Question Paper - 1
UPSC Civil Services Prelims 2014 Question Paper - 2

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JEE Main 2020 Books: एग्जाम क्रैक करने में मदद करेंगे ये प्रैक्टिस सेट

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इस हफ्ते केंद्रीय मानव संसाधान विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने जेईई मेन और नीट, 2020 एग्जाम के डेट की घोषणा की। जेईई मेन के एग्जाम 18 से 23 जुलाई, 2020 तक होंगे और नीट का एग्जाम 26 जुलाई को होगा। जेईई अडवांस्ड की परीक्षा 23 अगस्त को होगी। जेईई मेन की तैयारी के लिए अब करीब 2 महीने रह गए हैं। अब टाइम पूरी बुक की तैयारी का नहीं रह गया है। जो समय बचा है, उसमें रिवाइज किया जा सकता है और मॉक टेस्ट ट्राई करना बेहतर रहेगा। आपको कुछ ऐसी किताबों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें काफी मॉक टेस्ट है। आप इन मॉक टेस्ट की मदद से अपनी तैयारी को और बेहतर कर सकते हैं। इससे परीक्षा क्रैक करने का चांस बढ़ जाएगा।

अरिहंत
अरिहंत के एक्सपर्ट्स ने इस किताब को तैयार किया है। इसका पूरा नाम 15 Practice Sets for JEE Main 2020 by Arihant Experts है। इसमें 15 प्रैक्टिस सेट और 55 यूनिट टेस्ट के अलावा पिछले 6 सालों के प्रश्नपत्र हल के साथ दिए गए हैं। जब परीक्षा को करीब दो महीना रह गया है तो यह किताब आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।

दिशा एक्सपर्ट्स का मॉक टेस्ट
इस किताब का नाम 15 Mock Tests for NTA JEE Main 2020 by Disha Experts है। इस किताब में जेईई मेन 2020 के नए पैटर्न के मुताबिक 15 मॉक टेस्ट दिए गए हैं। इसमें लेटेस्ट पैटर्न के मुताबिक प्रत्येक टेस्ट में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथमेटिक्स से जुड़े 25 सवालों को शामिल किया जाएगा।

दिशा की मॉक टेस्ट पर और अच्छी किताब है Super 10 Mock Tests for NTA JEE Main 2020 by Disha Experts। इसमें 10 मॉक टेस्ट, पिछले तीन साल के क्वेस्चन पेपर हल के साथ दिए गए हैं। इस किताब में लेटेस्ट एग्जाम पैटर्न के मुताबिक 1100 से ज्यादा बहुविकल्पीय प्रश्न हैं।

जीकेपी का मॉक टेस्ट
इस किताब का नाम NTA (National Testing Agency) IIT JEE Mains- Mock Tests by GKP है। इस किताब में 15 मॉक टेस्ट दिए गए हैं। इसके अलावा इस किताब में पिछले एग्जाम्स के हल किए हुए प्रश्नपत्र भी शामिल हैं।

करियर पॉइंट, कोटा का मॉक टेस्ट
कोटा के करियर पॉइंट ने 10 Full Syllabus Mock Tests for JEE (Main) By Career Point, Kota नाम से किताब तैयार की है। यह किताब जेईई मेन की तैयारी में काफी सहायक साबित होगी। इसे एग्जाम के मौजूदा ट्रेंड को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस किताब में क्वेश्चन पेपर हल करने के लिए क्या रणनीति बनाएं इसकी भी जानकारी दी गई है जो छात्रों के एग्जाम के दौरान काफी काम आ सकती है।

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सब्जेक्ट वाइज क्वेश्चन बैंक जारी, करें NEET और JEE Main की तैयारी

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Practice papers for NEET and JEE Main : मेडिकल और इंजीनियरिंग के अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए क्रमशः नीट (NEET) और जेईई (JEE) का आयोजन किया जाता है। इन दोनों परीक्षाओं की नई तारीख की भी घोषणा हो चुकी है।

ये परीक्षाएं जुलाई व अगस्त में होने वाली हैं। यानी अब भी स्टूडेंट्स के पास तैयारी का पर्याप्त समय है। इस दौरान आपके लिए मॉक टेस्ट, क्वेश्चन बैंक की प्रैक्टिस करना बेहद जरूरी है। इसी बात का ध्यान रखते हुए एक स्टेट बोर्ड ने सब्जेक्ट वाइज क्वेश्चन पेपर्स जारी किए हैं।

वैसे तो ये क्वेश्चन बैंक गुजरात बोर्ड द्वारा जारी किया गया है। लेकिन दोनों परीक्षाओं में शामिल होने वाले देशभर के लाखों स्टूडेंट्स इन क्वेश्चन पेपर्स का लाभ उठा सकते हैं। ये आपके लिए फ्री में उपलब्ध है।

ये भी पढ़ें : JEE दिए बिना IIT से कर सकते हैं पढ़ाई, ये हैं कोर्सेज

कैसे डाउनलोड करें क्वेश्चन पेपर्स
गुजरात बोर्ड ने मैथ्स, फीजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी.. सभी विषयों के लिए प्रैक्टिस पेपर्स जारी किया है। 10वीं और 12वीं दोनों स्तर पर सब्जेक्ट वाइज क्वेश्चन पेपर्स गुजरात बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए हैं।

आप गुजरात बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर ये पेपर्स डाउनलोड कर सकते हैं। या फिर नीचे दिए जा रहे डायरेक्ट लिंक से सभी विषयों के क्वेश्चन पेपर्स डाउनलोड कर सकते हैं।

बता दें कि ये पेपर्स गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (GUJCET 2020) देने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी काम आएंगे।

Gujarat Board की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।
JEE Main, NEET Question papers डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें।

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Study: 11वीं में ये विषय पढ़ने वाले नौकरी में ज्यादा कमाते हैं

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अच्छी नौकरी, अच्छी सैलरी, अच्छी कमाई करना कौन नहीं चाहता। लेकिन इसके लिए क्या करना चाहिए? कैसे हम खुद को दूसरों से बेहतर सैलरी का हकदार बना सकते हैं? इन सवालों के कई पहलू हैं और कई जवाब हो सकते हैं। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसी स्टडी के बारे में बता रहे हैं, जिसमें इसका तरीका बताया गया है।

खासकर उन स्टूडेंट्स के लिए ये स्टडी बेहद कारगर साबित हो सकती है, जिन्हें 12वीं में एडमिशन लेना है। ये स्टडी भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (IIM Ahmedabad), इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट दिल्ली, यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट और मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी ने मिलकर की है।

इसमें बताया गया है कि 11वीं में किन विषयों का चुनाव करने वाले आज अन्य लोगों की तुलना में 25 फीसदी तक ज्यादा कमाई कर रहे हैं।

11वीं में बेस्ट सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन
इस स्टडी के अनुसार, हायर सेकंडरी (11th / Intermediate) में साइंस के साथ इंग्लिश और कंप्यूटर स्किल्स की पढ़ाई करने वाले लोग आज बाकियों से 18 से 25 फीसदी तक ज्यादा कमा रहे हैं।

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स्टडी में पाया गया है कि हायर सेकंडरी में ये विषय पढ़ने वाले टॉप 1% कर्मचारी 37 फीसदी तक ज्यादा कमा रहे हैं।

जॉब मार्केट में इंग्लिश का महत्व
आईआईएम अहमदाबाद के एसोसिएट प्रोफेसर तरुण जैन के अनुसार, इस स्टडी में ये भी बताया गया है कि देश-दुनिया के जॉब मार्केट में इंग्लिश लैंग्वेज का कितना महत्व है। इसमें कहा गया है कि साइंस पढ़ने वाले वैसे स्टूडेंट्स जिनकी इंग्लिश पर पकड़ अच्छी नहीं है, उन्हें कमाई में नॉन-साइंस की तुलना में कोई खास फायदा नहीं मिल रहा है।

ये भी कहा गया है कि इंग्लिश के मामले में साइंस स्टूडेंट्स, नॉन-साइंस की तुलना में 28 फीसदी ज्यादा फ्लूएंट हैं।

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इस स्टडी पर काम करने वाले प्रोफेसर्स व स्टूडेंट्स का कहना है कि 'साइंस स्टूडेंट्स किसी प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट का एंट्रेंस क्लीयर करने के मामले में आगे हैं। उनके पास ज्यादा सैलरी के साथ करियर के ज्यादा विकल्प हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें इंग्लिश और कंप्यूटर स्किल पर भी खास ध्यान देना होगा।'

कैसे की गई स्टडी
इस स्टडी को इंडियन ह्यूमन डेवलपमेंट सर्वे का नाम दिया गया है। इसमें 25 साल से लेकर 65 साल तक के शहरी लोगों का सैंपल लिया गया। इनमें से ज्यादातर लोगों का कहना था कि साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग या मैथ्स से जुड़ी नौकरियों में भी बेहतर कंप्यूटर स्किल होना आपके लिए हमेशा फायदेमंद होता है।

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20 सवाल: बैंक PO इंटरव्यू में पूछे जाते हैं, कर लें तैयारी

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बैंक पीओ की जॉब एक आकर्षक जॉब है। हर साल लाखों की तादाद में कैंडिडेट्स इसके लिए आवेदन करते हैं। इस वजह से परीक्षा में प्रतिस्पर्धा काफी होती है। इस प्रतिस्पर्धा में वही कामयाब होते हैं जो एक मजबूत रणनीति के तहत तैयारी करते हैं। पीओ और मेंस निकलने के बाद इंटरव्यू का राउंड में काफी अहम होता है। यह पर्सनैलिटी टेस्ट होता है जिसका उद्देश्य एक कैंडिडेट की ओवरऑल पर्सनैलिटी को परखना होता है। वहां कुछ सवाल ऐसे किए जाते हैं जिससे कैंडिडेट्स की हाजिरजवाबी की सलाहियत को परखा जा सके। यहां आप कुछ ऐसे सवाल पढ़ सकेंगे जो इंटरव्यू के दौरान पूछे जाते हैं।

1. आप बैंकिंग सेक्टर जॉइन करना क्यों चाहते हैं?

2. एक बैंक अधिकारी बनने के लिए एक व्यक्ति के अंदर क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए? क्या आपके पास ये योग्यताएं हैं?

3. इस संगठन के बारे में आप कितना जानते हैं?

4. इस बैंक के संस्थापक कौन हैं?

5. इस बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया?

6. आपका आदर्श कौन है या वह कौन व्यक्ति है जिसने आपको सबसे ज्यादा प्रेरित किया?

7. आपका प्रफेशनल नॉलेज बैंकिंग करियर में कैसे सहायक होगा?

8. भविष्य में शिक्षा के लिए आपकी कोई योजना है?

9. अपनी कमजोरी और खासियत बताएं

10. साइंस/आर्ट/कॉमर्स के छात्र होने के नाते आपने हायर स्टडी को क्यों नहीं चुना?

11. किस न्यूजपेपर या मैगजीन को आप पढ़ते हैं? उनके संपादक का नाम बताएं

12. मैं आपका चयन क्यों करूं?

13. आप एक अधिकारी बनना क्यों चाहते हैं?

14. आपके पास कोई गर्लफ्रेंड है? अगर नहीं तो क्यों नहीं?

15. जिंदगी के बारे में आपका क्या आइडिया है?

16. शौक का आपके जीवन में क्या महत्व है?

17. भविष्य में अगर आपको अलग-अलग भाषा की स्थिति का सामना करना पड़े तो आप क्या करेंगे?

18. अभी तक आपको कामयाबी क्यों नहीं मिली?

19. क्या इससे पहले कोई एग्जाम आपने क्लियर किया है?

20. अगर फाइनल में जाकर आपका इसमें चयन नहीं होता है तो आप क्या करेंगे?

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बायोकेमिस्ट बनें, मिलती है जबर्दस्त सैलरी

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बायोकेमिस्ट्री विज्ञान की वह शाखा है जिसमें सजीव प्राणियों और उनकी जैविकीय प्रक्रियाओं से संबंधित अध्ययन किया जाता है। इस फील्ड में यह भी अध्ययन किया जाता है कि किसी प्राणी का उसके पर्यावरण पर क्या असर पड़ता है। बायोकेमिस्ट्री की फील्ड में जो लोग काम करते हैं उनको बायोकेमिस्ट कहा जाता है। वे एंजाइम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फैट्स की संरचना और कार्यप्रणाली का अध्ययन करते हैं। बायोकेमेस्ट्री में करियर की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इसकी वजह है देश में बढ़ता रिसर्च का फील्ड। मेडिसिन, मेडिकल साइंस, ऐग्रिकल्चर, फॉरेंसिक साइंस या फिर हमारा पर्यावरण, सब इस सब्जेक्ट के दायरे में हैं।

कहां मिलती हैं जॉब
बायोकेमेस्ट्री में मास्टर्स डिग्री के बाद आप ड्रग रिसर्चर, फॉरेंसिक साइंटिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट, फूड टेक्नोलॉजिस्ट, रिसर्च फील्ड और अन्य क्षेत्रों में जॉब कर सकते हैं।

सैलरी
इस फील्ड में सैलरी भी अच्छी है। करियर के शुरुआत में ही औसतन 20 से 25 हजार प्रति महीने का सैलरी पैकेज मिल जाता है। जो रिसर्च फील्ड में नहीं जाना चाहते, वे नेट या पीएचडी की डिग्री हासिल कर टीचिंग के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं। टीचिंग के क्षेत्र में सिर्फ सामान्य कॉलेज या यूनिवर्सिटी में ही नहीं, बायोकेमेस्ट्री के लिए मेडिकल, डेंटल या फिर एनिमल्स डॉक्टर्स वगैरह में भी काफी स्कोप है। सेल्स ऐंड मार्केटिंग में भी इस फील्ड की अपार संभावनाएं हैं।

क्वॉलिफिकेशन
आमतौर पर चार सेमेस्टर या दो ईयर के इस प्रोग्राम में मास्टर्स डिग्री के लिए कम से कम केमेस्ट्री के साथ साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री जरूरी है। कई संस्थानों में पीजी करने के लिए ग्रैजुएशन भी बायोकेमेस्ट्री में होना चाहिए। वे छात्र जिन्होंने इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी, बॉटनी, फिजियोलॉजी जैसे विषय से ग्रैजुएशन किया हो और ग्रैजुएशन में केमेस्ट्री की पढ़ाई की हो, कई यूनिवर्सिटियां उन्हें भी एमएससी बायोकेमेस्ट्री में ऐडमिशन के योग्य मानती हैं।

ऐडमिशन
ऐडमिशन के लिए यूनिवर्सिटीज के अलग-अलग नियम हैं। कहीं सिर्फ नंबर बेसिस पर ऐडमिशन मिल जाता है तो कहीं टेस्ट की प्रक्रिया है। ग्रैजुएशन के मार्क्स के आधार पर ऐडमिशन देने में भी यूनिवर्सिटियों के अपने-अपने नियम हैं। कहीं कम से कम 50 फीसदी मार्क्स की जरूरत होती है, तो कहीं 55 और कहीं फर्स्ट क्लास। ज्यादा जानकारी अपने पसंद के संस्थान से ली जाती है। कई यूनिवर्सिटियों में ऐडमिशन प्रोसेस जारी है।

इंस्टिट्यूट्स और
कोर्स: एम एस सी अडवांस बायोकेमेस्ट्री, एमएससी मेडिकल बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: मद्रास यूनिवर्सिटी।

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: दिल्ली यूनिवर्सिटी।

कोर्स: एम. एससी मेडिकल बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: जिपमेर, पुडुचेरी।

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: प्रवरा रूरल यूनिवर्सिटी, अहमदनगर (महाराष्ट्र)

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: साइंस कॉलेज, पटना

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: हैदराबाद यूनिवर्सिटी

कोर्स: एम. एससी मेडिकल बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: एम्स, नई दिल्ली।

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: कालीकट यूनिवर्सिटी

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: जीवाजी यूनिवर्सिटी, ग्वालियर

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, हिसार

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, इंदौर

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: गोवा यूनिवर्सिटी

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: आंध्रा यूनिवर्सिटी

कोर्स: एम. एससी बायोकेमेस्ट्री
संस्थान: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

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UPSC सिविल की तैयारी के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स, मिलेगी सफलता

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UPSC सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स परीक्षा की तारीख पर 20 मई को फैसला होगा। संघ लोग सेवा आयोग 20 मई को स्थिति की समीझा करेगा और फिर परीक्षा की नई तारीख घोषित की जाएगी। आयोग द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक एग्जाम तरीख (UPSC Civil Services Exam Date) परीक्षा के 1 महीने पहले आ जाएगी, यानी कि तारीख की घोषणा के बाद उम्मीदवारों के पास 1 महीना तैयारी करने के लिए होगा। अभी तो परीक्षा की तारीख भी नहीं आई ऐसे में उम्मीदवारों के पास तैयारी के लिए 1 महीने से ज्यादा का समय है। इस समय का उपयोग सही तरीके से किया जाए तो किसी के लिए भी प्री परीक्षा निकालना मुश्किल नहीं होगा। उम्मीदवारों का अब एक शानदार प्लान की जरूरत है और कुछ टिप्स की जिनको फॉलो कर वो अच्छे से आखिरी समय में प्री परीक्षा की तैयारी कर सकें। आज हम कुछ ऐसी ही टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से उम्मीदवार 1 महीने से ज्यादा के इस समय में परीक्षा की अच्छी तैयारी कर सफलता पा सकते हैं।

यूपीएससी सिविल सर्विसेज प्री परीक्षा के लिए टिप्स (Tips for UPSC Civil Services Prelims Exam)

सिलेबस की एक चेकलिस्ट तैयार करें
अधिकतर उम्मीदवारों ने सिलेबस पूरा कर लिया होगा या होने वाला होगा, लेकिन फिर भी उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वे एक बार सिलेबस की एक चेकलिस्ट बनाकर चेक कर लें कि कई उनसे कोई टॉपिक छूट तो नहीं रहा है। सिलेबस को पूरा करना बेहद जरूरी है अगर आपका सिलेबस और उसके सभी टॉपिक्स आप पूरा कर चुके होंगे तो एग्जाम में हर सवाल का जवाब आपके पास हो सकता है।

करेंट अफेयर्स पर करें फोकस
करेंट अफेयर्स एक ऐसा सेक्शन है जिसकी आप कितनी भी तैयारी कर लें कुछ न कुछ छूट ही जाता है। करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए सबसे जरूरी है न्यूज से जुड़े रहना, इसके लिए आप न्यूजपेपर के अलावा वेबसाइट्स पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। किसी वेबसाइट पर नोटिफिकेशन ऑन कर आप सबसे पहले खबरें पढ़ सकते हैं। इसके अलावा साप्ताहिक करेंट अफेयर्स पर नजर डाल सकते हैं।

पिछले साल के पेपर्स की लें मदद
पिछले साल के पेपर्स लगभर हर परीक्षा की तैयारी में मददगार साबित होते हैं। उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वो पिछले 5 साल के पेपर्स को सॉल्व करें, इससे उनका अच्छा रिवीजन भी होगा और मिसिंग टॉपिक्स भी पता चल जाएंगे।


यह भी पढ़ें: UPSC Civil Services Prelims: देखें पिछले 6 साल के क्वेश्चन पेपर्स

मॉक टेस्ट सबसे जरूरी
मॉक टेस्ट किसी भी एग्जाम की तैयारी को टेस्ट करने के लिए सबसे मददगार होता है। हर सप्ताह 3-4 मॉक टेस्ट दें, इससे आपकी तैयारी का टेस्ट भी हो जाएगा और जो पहली बार एग्जाम दे रहे हैं उनको एग्जाम के पैटर्न के बारे में भी अच्छे से पता चल जाएगा। मॉक टेस्ट में जिन सवालों के जवाब गलत निकले उन पर ध्यान दें।

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UGC NET की तैयारी के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स, मिलेगी सफलता

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UGC NET परीक्षा की तारीख को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री ने हाल ही में कहा था कि वह अगले कुछ दिनों में यूजीसी (UGC) के साथ मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में यूजीसी नेट 2020 (UGC NET June 2020) की तारीख पर फैसला किया जाएगा, जिसके बाद नेट परीक्षा की तारीख की घोषणा की जाएगी। यूजीसी नेट परीक्षा के लिए आवेदन की आखिरी तारीख को आगे बढ़ाया जा चुका है, अब इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 31 मई तक आवेदन कर सकते हैं। नेट परीक्षा में अभी समय है, ऐसे में उम्मीदवार अच्छे से परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। कई बार उम्मीदवार दिन रात पढ़ाई के बाद भी नेट क्लियर नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें परीक्षा की तैयारी का सही तरीका नहीं पता होता। ऐसे में आज हम उम्मीदवारों के लिए कुछ आसान टिप्स (UGC NET Preparation Tips) लेकर आए हैं जिनकी मदद से वे आसानी से नेट परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं।

नेट परीक्षा क्लियर करने के लिए टिप्स (Tips to crack UGC NET Exam)


1. रिवीजन पर करें फोकस
अधिकतर उम्मीदवार सिलेबस तो कवर कर ही चुके होंगे, ऐसे में अब उन्हें रिवीजन पर अच्छे से फोकस करना चाहिए। शुरू से लेकर आखिर तक हर चैप्टर और उसमें दिए गए टॉपिक का रिवीजन करें। एक स्ट्रेटजी बना लें कि 1 दिन आपको इस चैप्टर और टॉपिक का रिवीजन खत्म करना है, और तय समय में उसे पूरा करें। अगर आपका रिवीजन अच्छा रहेगा तो आप एग्जाम के समय कुछ भूलेंगे नहीं।

2. कमजोर टॉपिक पर ज्यादा करें फोकस
रिवीजन के बाद अगर आप कोई टॉपिक भूल रहे हैं तो वो उस कमजोरी को दूर करने के लिए फोकस करें। आप जिन भी टॉपिक्स में कमजोर हैं उन पर ज्यादा ध्यान दें, ऐसे न करने पर एग्जाम में आपको प्रॉब्लम हो सकती है। तैयारी ऐसी करिए कि एग्जाम के समय कोई कमजोरी न रहे।

3. पिछले 5 साल के पेपर सॉल्व करें।
पिछले साल के पेपर्स हर एग्जाम में मददगार साबित होते हैं, ऐसे में यूजीसी नेट के पिछले 5 साल के पेपर ले और हर 2 दिन में 1 पेपर सॉल्व करें। इससे आपका रिवीजन होगा, साथ ही कई टॉपिक्स भी कवर हो जाएंगे। आप पिछले साल के पेपर्स ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही नेट की तैयारी के लिए आने वाली अधिकतर किताबों में पिछले पेपर्स दिए होते हैं।

4. मॉक टेस्ट की लें मदद
मॉक टेस्ट इस एग्जाम की तैयारी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। एग्जाम से पहले 5-6 मॉक टेस्ट लें, मॉक टेस्ट बिल्कुल एग्जाम की तरह होता है और इसे देने से आपकी तैयारी टेस्ट हो जाएगी, साथ ही आपको एग्जाम पैटर्न की भी अच्छी जानकारी हो जाएगी।

यह भी पढ़ें: NTA Exams 2020: UGC NET समेत इन एग्जाम के आवेदन की डेट बढ़ी

5. प्रेशर न लें
परीक्षा की तारीख नजदीक आते ही हमारे ऊपर दबाव बढ़ने लगता है। लेकिन हमें इस दबाव से बचने की जरूरत है। प्रेशर के चक्कर में आप परीक्षा में गलती का शिकार हो सकते हैं. शांत मन और दिमाग से एग्‍जाम देने जाएंगे तो सफलता का फासला थोड़ा और कम हो जाएगा।


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NEET 2020 के लिए इन 5 टिप्स से करें तैयारी, आराम से क्रैक होगा एग्जाम

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NEET UG 2020 परीक्षा का आयोजन 26 जुलाई को किया जाएगा। नीट परीक्षा के केंद्रों की लिस्ट 1 सप्ताह के अंदर जारी कर दी जाएगी। नीट परीक्षा में अभी 2 महीने से ज्यादा का समय है, ऐसे में इस समय का सही से इस्तेमाल किया जाए तो काफी अच्छी तैयारी की जा सकती है। स्टूडेंट्स को यह सलाह दी जाती है कि नेट परीक्षा को क्रैक करने के लिए वे इन 2 महीनों में तैयारी पर अच्छे से फोकर करें। हम स्टूडेंट्स के लिए 5 आसान टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से वे नीट यूजी 2020 परीक्षा को क्रैक कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

नीट परीक्षा क्रैक करने के लिए टिप्स (Tipऔs to crack NEET Exam)


1. एक चेकलिस्ट बनाएं
वैसे तो अधिकतर स्टूडेंट्स ने सिलेबल पूरा कर लिया होगा, लेकिन कई बार स्टूडेंट्स से कई टॉपिक भूल से मिस हो जाते हैं, ऐसे में उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वे एक चेकलिस्ट बनाकर चेक करें कि क्या कोई टॉपिक छूट तो नहीं गया। अगर कोई टॉपिक छूट गया है तो उसे कवर कर लें।

2. रिवीजन पर ध्यान दें
परीक्षा में 2 महीने और कुछ दिन बाकी रहे गए हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स को खासतौर पर रिवीजन पर फोकर करना चाहिए। अच्छा रिवीजन स्टूडेंट्स को एग्जाम में आसानी से सफलता दिला सकता है। हर टॉपिक का रिवीजन हो इसीलिए हर दिन के हिसाब से चैप्टर या टॉपिक चुने।

3. पिछले साल के पेपर और मॉडल पेपर की लें मदद
नीट टॉपर्स से लेकर एक्सपर्ट्स तक सभी यह कहते हैं कि परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले साल के पेपर और मॉडल पेपर की मदद लें। किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए जरूरी है कि आप उस परीक्षा के पिछलें कुछ सालों के पेपर को सॉल्व करके देखें। पिछले साल के पेपर को सॉल्व करने से आपको एग्जाम पैटर्न का आइडिया रहता है। वहीं, मॉडल पेपर सॉल्व करने से आपको पता चल जाएगा कि आने वाले एग्जाम का पेपर कैसा रहेगा।

4. मॉक टेस्ट सबसे जरूरी
नीट 2020 परीक्षा को क्रैक करने के लिए इसके मॉक टेस्ट देना शुरू कर दें। अगर आप मॉक टेस्ट देते है तो आपको एग्जाम का काफी हद तक आईडिया हो जाएगा। साथ ही आपकी पेपर हल करने की स्पीड भी टेस्ट हो जाएगी और कई मॉक टेस्ट सॉल्व करने के बाद आपकी स्पीड बढ़ जाएगी।

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5. समय-समय पर ब्रेक लें
कई स्टूडेंट्स घंटों लगातार एग्जाम की तैयारी करते हैं, इससे उनके दिमाग पर काफी असर पढ़ता है। स्टूडेंट्स को यह सलाह दी जाती है कि वे दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए समय-समय पर ब्रेक लेते रहें। स्टूडेंट्स 2 घंटा बढ़ने के बाद आधा घंटा ब्रेक ले सकते हैं और फिर आगे की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।

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CBSE: परीक्षा में इन निर्देशों का करना होगा पालन

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सीबीएसई की 10वीं और 12वीं क्लास की बची हुई परीक्षाएं 1 जुलाई से शुरू होगीं। 1 जुलाई को 12वीं क्लास का पहला पेपर होम साइंस है और 10वीं क्लास का सोशल साइंस है। 15 अप्रैल को परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी। एग्जाम के दौरान छात्रों को किस तरह की सावधानियां बरतनी होंगी और किन निर्देशों पर अमल करना होगा, उसको लेकर सीबीएसई ने एक नोटिस जारी किया है। उन सावधानियों और निर्देश के बारे में नीचे बताया जा रहा है।

1. सभी छात्रों को एक पारदर्शी बोतल में अपना खुद का हैंड सैनिटाइजर लेकर जाना होगा।
2. सभी छात्रों को मास्क या कपड़े से अपने चेहरे को ढंकना होगा।
3. सभी छात्रों को फिजिकल डिस्टेंस के नियमों का पालन करना होगा।

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4. अभिभावकों को अपने बच्चों को बताना होगा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए वे क्या सावधानियां बरतें।
5. पैरंट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बच्चा बीमार नहीं हो।
6. परीक्षा देते समय छात्रों को सभी निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।
7. ऐडमिट कार्ड में लिखे सभी निर्देशों का छात्रों को पालन करना होगा।

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8. डेटशीट और ऐडमिट कार्ड में प्रत्येक परीक्षा की समयावधि लिखी होगी।
9. छात्रों के बीच उत्तरपुस्तिका का बंटवारा सुबह 10.00 बजे से 10.15 बजे के बीच होगा।
10. प्रश्नपत्र सुबह में 10.15 बजे बांटे जाएंगे।
11. 15 मिनट का समय पेपर पढ़ने का होगा यानी 10.15 बजे से लेकर 10.30 बजे तक छात्रों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए होगा।
12. 10.30 बजे से छात्र जवाब लिखना शुरू करेंगे।

10वीं की डेटशीट यहां देखें



12वीं की डेटशीट यहां देखें


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इन 5 टिप्स की मदद से क्रैक कर सकेंगे JEE Main

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जेईई मेन 2020 परीक्षा जुलाई में आयोजित की जानी है। यह परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक देश भर के विभिन्न केंद्रों में आयोजित की जाएगी। परीक्षा में अभी 2 महीने का समय है, ऐसे में स्टूडेंट्स को तैयारी करने के लिए और समय मिल गया है। उम्मीदवारों को यह सलाह दी जाती है कि वे इस समय का उपयोग अपनी तैयारी को मजबूत करने में करें। 2 महीने के इस समय में अच्छा रिवीजन स्टूडेंट्स को एग्जाम में सफलता दिला सकता है। आज हम जेईई मेन 2020 के उम्मीदवारों के लिए 5 आसान और जरूरी टिप्स लेकर आए हैं जिन्हें फॉलो कर वे एग्जाम को क्रैक कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

जेईई मेन क्रैक करने के लिए टिप्स (Tips to crack JEE Main)


1. तीनो विषयों पर फोकस करें
पेपर पास करने के लिए किसी भी एक विषय को हल्के में न लें। केमिस्ट्री, फिजिक्स, गणित तीनो विषयों की तैयारी अच्छे से करें। किसी एक विषय में कमजोर रहना आपकी जेईई मेन क्रैक करने की मेहनत को कम कर सकता है।

2. रिवीजन पर दें ध्यान
अधिकतर स्टूडेंट्स अपना सिलेबल पूरा कर चुके होंगे, जो सिलेबस पूरा कर चुके हैं उन्हें अपने रिवीजन पर फोकर करना चाहिए। रिवीजन करने के लिए दिन और टॉपिक/चैप्टर चुने और उस हिसाब से रिवीजन पूरा करें। उन टॉपिक्स पर ज्यादा फोकर करें जिनमें आप कमजोर हैं।

3. मॉक टेस्ट की लें मदद
मॉक टेस्ट परीक्षा की तैयारी में काफी मददगार साबित होते आए हैं। स्टूडेंट्स मॉक टेस्ट की मदद से रिवीजन के साथ परीक्षा को तय समय में पूरा करने की प्रैक्टिस कर सकते हैं। मॉक टेस्ट एनटीए की वेबसाइट पर जाकर दिया जा सकता है।

4. पिछले साल के पेपर सॉल्व करें
स्टूडेंट्स को समय निकालकर पिछले साल के पेपर्स सॉल्व करने चाहिए, ऐसे करने से आप पेपर के स्तर को समझ पाएंगे।

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5. ब्रेक लेते रहे, पॉजिटिव रहें
कई स्टूडेंट्स घंटों लगातार एग्जाम की तैयारी करते हैं, इससे उनके दिमाग पर काफी असर पढ़ता है। स्टूडेंट्स को यह सलाह दी जाती है कि वे दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए समय-समय पर ब्रेक लेते रहें। स्टूडेंट्स 2 घंटा बढ़ने के बाद आधा घंटा ब्रेक ले सकते हैं और फिर आगे की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। साथ ही स्टूडेंट्स को पॉजिटिव रहने की जरूरत है।

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NEET, JEE Main: इस सरकारी ऐप पर रोज दें फ्री मॉक टेस्ट, जानें कैसे

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NTA mobile app for JEE Main, NEET preparation : नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Main) की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए सरकार ने बड़ी राहत है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की सलाह पर एनटीए (NTA) ने एक मोबाइल ऐप्लीकेशन लॉन्च किया है।

ये मोबाइल ऐप आपकी जेईई मेन और नीट की तैयारी को और भी मजबूत करने में मदद करेगा। इसके जरिए आप दोनों परीक्षाओं के लिए रोज एक मॉक टेस्ट दे सकते हैं। वो भी बिल्कुल फ्री।

क्यों जरूरी है ये ऐप
ये ऐप आपकी परीक्षा की तैयारी बिल्कुल उसी तरह कराएगा जैसे आप असल परीक्षा दे रहे हों। उन्हीं नियमों का पालन आपको इसके मॉक टेस्ट में करना होगा। इसके जरिए मॉक टेस्ट देते हुए आप अपने फोन या कंप्यूटर का इंटरनेट कनेक्शन भी ऑन नहीं रख सकते।

टेस्ट पूरा करने पर तुरंत आपको आपका अंक भी बता दिया जाएगा। इससे आप रोज अपना टेस्ट स्कोर चेक कर उस अनुसार तैयारी बेहतर कर सकेंगे।

कैसे करें ऐप का इस्तेमाल
फिलहाल ये ऐप सिर्फ एंड्रॉयड के लिए लॉन्च किया गया है। जल्द ही इसे ios प्लेटफॉर्म के लिए भी लाया जाएगा। इस ऐप का इस्तेमाल कैसे करना है, इस बारे में आपको यहां बताया जा रहा है-

सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) में जाकर नेशनल टेस्ट अभ्यास (National Test Abhyas) सर्च करें।
  • नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के लोगो के साथ ये ऐप दिखेगा। इसे डाउनलोड कर लें।
  • अब ऐप ओपन करें। अपना नाम, स्ट्रीम, मोबाइल नंबर / ईमेल-आईडी डालकर साइन इन करें।
  • आपको रोज की तारीख से नीट और जेईई मेन दोनों के मॉक टेस्ट दिखेंगे। फिलहाल 19 मई के लिए मॉक टेस्ट अपलोड किए जा चुके हैं।
  • आप मॉक टेस्ट के बगल में दिए गए डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें। डाउनलोड होने के बाद वहीं से (App) उसे ओपन करें।
  • पहले आपको टेस्ट को लेकर जरूरी निर्देश बताए जाएंगे। इन्हें ध्यान से पढ़ें। क्योंकि यही निर्देश असल परीक्षा के दौरान भी फॉलो करने होंगे।
  • अब नेट कनेक्शन बंद करने का विकल्प आएगा। कनेक्शन बंद करें और टेस्ट शुरू करें।

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जॉब लेटर देखकर ही खुश न हों, जरूर देखें ये 5 चीजें

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आमतौर पर लोगों को जब जॉब ऑफर मिलता है तो वे सिर्फ सैलरी ही देखते हैं जबकि और भी चीजें उतनी ही अहम होती हैं। आइए ऐसी पांच चीजों के बारे में जानते हैं...

प्रविडेंट फंड
प्रविडेंट फंड या पीएफ रिटायरमेंट योजना है जिसकी देखरेख सरकार के जिम्मे होती है। इसमें दो हिस्सा होता है। एक हिस्सा कामगारों को खुद देना होता है और दूसरा हिस्सा कंपनी देती है। इन दोनों रकमों को सैलरी स्लिप में दिखाया जाता है और सैलरी का हिस्सा होता है।

साइनिंग बोनस
कॉर्पोरेट सेक्टर में टैलंट के लिए कड़ा मुकाबला होता है। ऐसे में इच्छुक कर्मचारियों को कंपनी आकर्षक नकदी बोनस देती है। साइनिंग बोनस उस रकम को कहते हैं जो कंपनी किसी नए कर्मचारी को जॉइन करने पर देती है।

सेवरेंस पैकेज
ज्यादातर यह पैकेज लीडरशिप प्रोफाइल के लिए दिया जाता है। सेवरेंस पैकेज नकदी या किसी अन्य रूप में हो सकता है। जब कोई कर्मचारी कंपनी से जाता है तो यह पैकेज देने का कंपनी वादा करती है। इसमें हेल्थ इंश्योरेंस या आउटप्लेसमेंट असिस्टेंस भी शामिल होता है।

स्टॉक ऑप्शंस
अब यह सामान्य बात हो गई है कि स्टार्टअप कंपनियां अपने एंप्लॉयीज को सैलरी पैकेज के हिस्से के तौर पर स्टॉक ऑप्शन ऑफर करती हैं। कर्मचारियों के स्टॉक ऑप्शन प्लान में उनको किसी खास अवधि के लिए खास कीमत पर कंपनी के शेयरों की एक खास संख्या खरीदने का अधिकार मिल जाता है। ऑफरिंग प्राइस को ग्रांट प्राइस कहा जाता है।

हेल्थ ऐंड लाइफ इंश्योरेंस
हेल्थ ऐंड लाइफ इंश्योरेंस अधिकतर कंपनी ऑफर करती है। यह बड़े काम की चीज होती है। इंसान के स्वास्थ्य का पता नहीं होता है कि कब बीमार हो जाए। अगर हेल्थ इंश्योरेंस रहता है तो उससे काफी मदद मिलती है।

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इंग्लिश से घबराते हैं? ये 5 किताबें करेंगी मदद

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दुनिया में काफी बदलाव आ गया है और इसके साथ ही इंसान का एक-दूसरे से संवाद का तरीका भी बदल गया है। आज के माहौल में इंग्लिश की अहमियत काफी बढ़ गई है। अगर आप वर्किंग भी हैं तो लॉकडाउन के बीच ऑफिस जाने-आने में लगने वाला समय बच रहा है। उस समय में आप अपनी अंग्रेजी बेहतर कर सकते हैं। आपकी अंग्रेजी बेहतर करने में आगे बताई गई पांच किताबें काफी सहायक साबित हो सकती हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी ये किताबें काफी सहायक साबित होंगी।

द एलीवेट सीरिज (The Elevate Series by Shefali Ray, Samathmika Balaji and Simran Luthra)
यह सीरीज तीन किताबों पर आधारित है। इसमें तीन स्तर-प्रारंभिक, पूर्व मध्यम और मध्यम स्तर को कवर किया गया है। सीईएफआर के नाम से चर्चित इंटरनैशनल लैंग्वेज फ्रेमवर्क के अनुसार तैयार ये किताबें सीखने वालों का सर्वांगीण विकास करती हैं। इंग्लिश सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने, सभी कौशल पर महारत हासिल होती है। साथ ही ग्रैमर भी सही होता है और शब्दावली भी बढ़ती है। इस सीरीज में कई एक्सर्साइज और ऐक्टिविटीज हैं जिससे आसानी से इंग्लिश सीख जाते हैं।

स्पोकन इंग्लिश फॉर माई वर्ल्ड (Spoken English for My World by Sabina Pillai)
कुछ लोगों की इंग्लिश पढ़ने और लिखने पर काफी अच्छी पकड़ होती है, उसके बाद बोलने में दिक्कत आती है। इस किताब से बोलने पर महारत हासिल होती है। यह किताब ऑडियो और विडियो के साथी आता है। रोजाना की जिंदगी में जो लोग इंग्लिश बोलना चाहते हैं, उनके लिए यह किताब बहुत अच्छा रिसोर्स है।

कॉमन एरर्स इन एवरीडे इंग्लिश (Common Errors in Everyday English by Saumya Sharma)
इस किताब में न सिर्फ आमतौर पर होने वाली गलतियों को कवर किया गया है बल्कि कुछ ऐसे शब्दों को भी शामिल किया गया है जिसका हम गलत उच्चारण करते हैं। इसमें अकसर होने वाली ग्रैमर की गलतियों को भी शामिल किया गया है। यह किताब एक बेहतरीन गाइड, फैक्ट चेकिंग रिसोर्स और आसानी से इस्तेमाल योग्य रेफरेंस टूल का काम करेगी।

बी ग्रैमर रेडी (Be Grammar Ready by John Eastwood)
इसमें भारतीय पाठकों की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है और उस हिसाब से ग्रैमर के अपडेटेट नियम दिए गए हैं। ग्रैमर के इस्तेमाल को भी अच्छी तरह से समझाया गया है। प्रैक्टिस के लिए कई अभ्यास दिए गए हैं। ग्रैमर के 170 से ज्यादा टॉपिक को सूचनापरक चैप्टरों में समझाया गया है।

आईईएलटीएस जनरल ट्रेनिंग (The Definitive Guide to IELTS General Training: Preparation and Practice by Audrone Raskauskiene, Irena Ragaisiene, Ramute, Zemaitiene and Santanu Sinha Chaudhuri)
यह किताब खासतौर पर IELTS (इंटरनैशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसमें रीडिंग, राइटिंग, लिसनिंग और स्पीकिंग चारों सेक्शनों पर टेस्ट हैं।

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JEE Main 2020 Tips: एग्जाम में न करें ये गलतियां, होगा काफी नुकसान

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JEE Main 2020 Strategy: जेईई मेन को क्रैक करने में दुरुस्त रणनीति और समय के सही इस्तेमाल की काफी जरूरत होती है। इसके अलावा परीक्षा के दौरान होने वाली आम गलतियों से भी छात्रों को बचना चाहिए। यहां आप जान सकेंगे कि आमतौर पर छात्र परीक्षा के दौरान क्या गलती कर देते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।

ऐसे करें शुरुआत
आपको शुरुआत उन सवालों का आंसर लिखने के साथ करनी चाहिए, जिसे आप जानते हैं। लेकिन कुछ छात्र गलती कर देते हैं और पहले उस सवाल को ट्राई कर लेते हैं जिसका आंसर सही से वे जानते नहीं है। ऐसा करने से आप उलझ जाते हैं। उलझने से आपका कीमती समय तो बर्बाद होता ही है। इसके साथ ही दिमाग भी खराब हो जाता है जिसका असर बाकी सवालों का जवाब लिखने पर पड़ता है। जब दिमाग सही नहीं होता है तो बाकी सवालों का जवाब आप जानते हुए भी सही नहीं लिख पाते हैं।

मुश्किल सेक्शन से नहीं घबराएं
कुछ छात्र मुश्किल या ट्रिकी सेक्शन देखकर घबरा जाते हैं। ऐसा करना गलत है। आपको जो सेक्शन आसान लगता है, पहले उसका जवाब लिखना शुरू करें। मुश्किल सेक्शन को बाद में ट्राई करें।

तुक्का न मारें
चूंकि जेईई मेन में नेगेटिव मार्किंग होती है यानी अगर आपने कोई जवाब गलत लिख दिया है तो अतिरिक्त नंबर आपके सही सवालों से कट जाते हैं। इसलिए जेईई मेन की परीक्षा में तुक्का लगाने से बचें। अगर सही तरह से जानते हैं तभी जवाब दें, नहीं तो उसे जाने दें।

आसान सवाल को पहले करें
सही स्ट्रैटिजी यह है कि सवाल को शुरू में 5 से 10 मिनट तक गौर से पढ़ें। फिर जो सवाल आसान लगता है, उसका जवाब लिखना शुरू करें। इससे आपका समय काफी बच जाएगा।

सेक्शन का चुनाव ध्यानपूर्वक करें
कुछ छात्र जैसे मन चाहे, वैसे जवाब लिखना शुरू कर देते हैं। यह तरीका गलता है। आपको सावधानी से सेक्शन को देखना चाहिए और उन सेक्शन पर फोकस करना चाहिए जो कम रिस्की है और ज्यादा मार्क्स दिला सकते हैं।

समय पर रखें ध्यान
सवालों में खोकर कई बार छात्र समय का ध्यान नहीं रख पाते हैं। समय पर ध्यान देना भी उतना ही जरूरी है। समय पर ध्यान न देने से ऐसा होता है कि कुछ सवालों पर आप ज्यादा समय दे देते हैं जिससे बाकी सवाल रह जाते हैं। इसलिए बार-बार समय पर ध्यान भी दें।

न्यूमेरिकल पेपर को पहले करें
न्यूमेरिकल टाइप सवालों में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। ऐसे में आपको न्यूमेरिकल के सारे सवाल ट्राई करने चाहिए ताकि कुछ मार्क्स आप सिक्योर कर लें।

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2020 में हो रहे हैं ग्रेजुएट, जानें गूगल सीईओ सुंदर पिचई ने आपके लिए क्या कहा

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Sundar Pichai inspirational message to students of year 2020: बेशक साल 2020 मुश्किलों से भरा है। कोरोना वायरस ने दुनियाभर में त्रासदी जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। लेकिन फिर भी पूरी दुनिया हौसले और उम्मीद के साथ इससे लड़ रही है। गूगल सीईओ सुंदर पिचई (Google CEO Sundar Pichai) ने भी इस साल ग्रेजुएट हो रहे स्टूडेंट्स के लिए ऐसे ही हौसले और उम्मीद से भरी बातें कही हैं।

यू-ट्यूब द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन प्रोग्राम में पिचई ने दुनियाभर के उन स्टूडेंट्स को बेहतरीन संदेश दिए हैं, जो इस साल कोई डिग्री पूरी कर रहे हैं। इस कार्यक्रम को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा, फेमस सिंगर्स बियॉन्से, लेडी गागा समेत कई हस्तियों ने अटेंड किया।

यहां हम सुंदर पिचई की बातें उन्हीं के शब्दों में आप तक पहुंचा रहे हैं -

'मुझे नहीं लगता कि आप लोगों ने ऐसी ग्रेजुएशन सेरेमनी के बारे में सोचा भी होगा। जब आपको अर्जित ज्ञान को सेलिब्रेट करना चाहिए, आपको इस बात का दुख हो रहा होगा कि आपने क्या खो दिया। आपकी प्लानिंग्स, आपके जॉब्स, वो एक्सपीरिएंस जिनका आप इंतजार कर रहे थे। ऐसे हालात में उम्मीद ढूंढना मुश्किल हो सकता है।

लेकिन ये वो वक्त है जब आपको अपने दिमाग खुले रखने की जरूरत है, अपनी आशाएं और उम्मीद जगाए रखने की जरूरत है, उत्सुक होने की जरूरत है। अगर आप ये कर सके, तो इतिहास 2020 के बैच को हमेशा याद रखेगा। इसके लिए नहीं कि आपने क्या खोया, बल्कि इसलिए कि आपने क्या बदला। आपके पास मौका है सबकुछ बदलने का। मुझे उम्मीद है कि आप ये जरूर करेंगे।

हमारा इतिहास भी हमे आशावादी रहने और किसी भी हालत में उम्मीद न छोड़ने की सीख देता है। चाहे वो 1920 में ग्रेजुएट होने वाले स्टूडेंट्स हों, जब दुनिया ने एक घातक महामारी का अंत देखा या फिर 1970 के, जब वियतनाम युद्ध चल रहा था.. या फिर 2001 के स्टूडेंट्स, जिन्होंने अमेरिका में 9/11 को हुआ वो आतंकी हमला झेला। हर बार उस साल ग्रेजुएट होने वाले स्टूडेंट्स ने कुछ बदला ही है। इसलिए उम्मीद बनाए रखें।

एक पीढ़ी जब आगे बढ़ती है तो वह दूसरे के लिए भी आधार बना रही होती है। इस आधार पर जो नई संभावनाएं होती हैं, उन्हें तलाशने के लिए नए लोगों की जरूरत होती है। हो सकता है तकनीक को लेकर कई चीजें आपको निराश करें, आपको उतावला बनाएं। लेकिन उस उतावलेपन और उत्सुकता को खोने न दें। आपकी यही उस्सुकता तकनीक के क्षेत्र में नई क्रांति लाएगी और आप वो बना सकेंगे जिसका हमारी पीढ़ी सपने में भी नहीं सोच सकती।

सबसे जरूरी बात है खुले दिमाग का होना। ताकि आप वो ढूंढ सकें जिससे आपको प्यार है। इसलिए इस समय को वो ढूंढने में लगाएं जो आपको दुनिया में किसी भी चीज से ज्यादा उत्तेजित करती हो। वो नहीं जो आपके पैरेंट्स चाहते हैं कि आप करें, वो भी नहीं जो आपके दोस्त कर रहे हैं या वो भी नहीं जो समाज आपसे अपेक्षा रखता है।

मेरे पिता ने अपनी एक साल के बराबर की सैलरी मेरे लिए अमेरिकी की फ्लाइट टिकट खरीदने में लगा दी थी। ताकि मैं स्टैन्फर्ड जा सकूं। वो मेरी पहली प्लेन यात्रा थी। भाग्य के अलावा जिस चीज ने मुझे यहां से वहां और आगे पहुंचने में मदद की, वो था तकनीक के लि गहरा जुनून और खुला दिमाग।'

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Bank Exam Preparation: बैंक में चाहिए जॉब तो ऐसे करें एग्जाम की तैयारी

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हर साल पूरे भारत से 60 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स बैंक भर्ती से संबंधित परीक्षाएं जैसे एसबीआई, आईबीपीएस, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाएं देते हैं। लेकिन उनमें से थोड़े से उम्मीदवारों का चयन होता है। इसका कारण बैंक परीक्षाओं का काफी मुश्किल होना और इस मैदान में काफी प्रतिस्पर्धा होना है। ऐसे में उन छात्रों को ही सफलता मिलती है जो ठोस स्ट्रैटिजी बनाकर तैयारी करते हैं और परीक्षा के दौरान भी स्ट्रैटिजी पर अमल करते हैं। आइए जानते हैं किस तरह की ठोस स्ट्रैटिजी बनानी चाहिए...

एग्जाम के सिलेबस, कटऑफ और कठिनाई के स्तर पर खूब गौर करें
* बैंक एग्जाम से संबंधित वैसे तो कई परीक्षाएं होती हैं लेकिन सबके सिलेबस एक जैसे होते हैं।
* अलग-अलग एग्जाम में किस टॉपिक से कितने नंबर का सवाल पूछा जाता है और कठिनाई का क्या स्तर होता है, उसे देखें।
* हर विषय का कटऑफ और समग्र रूप से कटऑफ देख लें
* इस सूचना के आधार पर आपको चुनाव करना चाहिए कि कौन सी परीक्षा देनी है और फिर उसी हिसाब से स्ट्रैटिजी बनाएं

टॉपिक्स को अलग करें
* परीक्षा का चयन होने के बाद कठिनाई के स्तर के आधार पर टॉपिकों को अलग करें
* टॉपिकों की दो लिस्ट बनाएं। एक में उन टॉपिकों को रखें जिस पर आपकी मजबूत पकड़ है और दूसरे में उन टॉपिकों को जिनमें आप कमजोर हैं।

मजबूत पकड़ वाले टॉपिकों की पहले तैयारी
* ऐसे टॉपिकों की पहले तैयारी करें क्योंकि उनमें कम समय लगता है।
* इस टॉपिक से संबंधित सभी फॉर्म्युला और बेसिक कॉन्सेप्ट को क्लियर कर लें
* इस टॉपिक से संबंधित पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करें
* इससे आपको अपनी तैयारी का स्तर समझने में मदद मिलेगी।
* साथ ही इससे आपका आत्मविश्वास मजबूत होगा और आगे की तैयारियों के लिए उत्साह बढ़ेगा।

मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें
* मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करने से रफ्तार और शुद्धता में बढ़ोतरी होगी।
* इससे आपको यह भी पता चलेगा कि आपकी तैयारी में कहां पर कमी है।

फिर उन टॉपिकों को कवर करें जिनमें कमजोर हैं
* इनमें से कुछ ऐसे टॉपिकों का चुनाव करें जिनमें से ज्यादा नंबर के सवाल पूछे जाते हैं और कम मेहनत करनी पड़ेगी।
* इस तरह के टॉपिकों को हल करने के लिए पहले बेसिक को क्लियर करें
* रफ्तार और शुद्धता को बेहतर बनाने के लिए उपयुक्त सवालों को हल करें

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Yoga Career Options: योग में करियर का अच्छा मौका, जानें सारे ऑप्शन

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योग से संबंधित कोर्स करने के बाद आप योग टीचर और थेरपिस्ट बन सकते हैं। इसके अलावा, तमाम अस्पतालों में भी नौकरी मिल सकती है। जॉब के अलावा अपना संस्थान भी खोला जा सकता है। अगर स्टूडेंट सिर्फ डिग्री लेकर आगे की पढ़ाई जारी नहीं रखना चाहता तो भी योगा इंस्ट्रक्टर बन सकता है। इसके अलावा योग में रिसर्च भी कर सकते हैं।

क्या है योग्यता?
पीजी डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आमतौर पर योग्यता किसी भी फील्ड में कम-से-कम 50 फीसदी अंकों के साथ ग्रैजुएशन है। योग में डिग्री कोर्स भी उपलब्ध है। आप बीएससी इन योगा साइंस कर सकते हैं पर इसके लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी का होना जरूरी है। इसके अलावा जो लोग सिर्फ योग सीखना चाहते हैं, उनके लिए 2-3 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स भी हैं।

कुछ इंस्टिट्यूट्स

1. मोरारजी देसाई नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योगा, नई दिल्ली

वेबसाइट : yogamdniy.nic.in

सर्टिफिकेट कोर्स

अवधि : 3 महीने

क्लासेज : हफ्ते में 3 दिन

योग्यता : 12वीं, सीट : 50

कब : कोर्स साल भर चलता रहता है। बैच की जानकारी ले सकते है।

पीजी डिप्लोमा कोर्स

अवधि : 1 साल

योग्यता : ग्रैजुएशन, सीट : 115

कब : 10 जुलाई से एडमिशन शुरू होंगे। अप्लाई करने की लास्ट डेट है 4 अगस्त।

डिग्री कोर्स

अवधि : 3 साल

योग्यता : 12वीं, सीट : 60

कब : एडमिशन मार्च-अप्रैल में होता है।


2. स्वामी विवेकानंद योगा अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु

वेबसाइट : svyasa.edu.in

योगा इंस्ट्रक्टर कोर्स

अवधि : 1 महीना

योग्यता : 12वीं

बीएससी इन योगा

अवधि : 3 साल

योग्यता : 12वीं

पीजी डिप्लोमा इन योगा थेरपी

अवधि : 15 महीने

योग्यता : ग्रैजुएशन

एमएससी इन योगा

अवधि: 2 साल

योग्यता : ग्रैजुएशन


3. बीएचयू

वेबसाइट : www.bhu.ac.in

डिप्लोमा इन नेचरोपैथी

एंड योगा

अवधि : ढाई साल

योग्यता : 12वीं


4.आईपी यूनिवर्सिटी

वेबसाइट : www.ipu.ac.in/

बीएससी इन योगा

अवधि : 3 साल

योग्यता : 12वीं


5.बिहार स्कूल ऑफ योगा

वेबसाइट : biharyoga.net

सर्टिफिकेट कोर्स

अवधि : 2 और 4 महीने

योग्यता : 10वीं

डिप्लोमा कोर्स

अवधि : 1 साल

योग्यता : 12वीं

(इनके अलावा भी कई इंस्टिट्यूट कोर्स कराते हैं।)

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NEET Important Topics 2020: एग्जाम करीब, इन टॉपिक्स पर खूब दें ध्यान

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नीट के एग्जाम को करीब एक महीना रह गया है। अब तक की स्थिति को देखते हुए लग रहा है कि परीक्षा अपनी निर्धारित तिथि यानी 26 जुलाई, 2020 को होगी और इसमें फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा। यह वह समय है जब छात्रों को अपनी तैयारी पर फोकस करना चाहिए। इस समय में पूरी किताब या फिर सभी चैप्टर्स या सभी टॉपिक को कवर करना मुमकिन नहीं है। ऐसे में कुछ खास टॉपिक्स, कुछ खास चैप्टर्स वगैरा को रिवाइज किया जा सकता है ताकि परीक्षा में सफलता के चांस ज्यादा हो जाएं। आइए उनके बारे में जानते हैं...

नए स्टडी मटीरियल्स को कहें 'नो'
परीक्षा का समय जब नजदीक होता है तो छात्रों को चाहिए जो अब तक पढ़ रखा है, उसे ही रिवाइज करें। इस दौरान आपको किसी नई स्टडी मटीरियल को ट्राई नहीं करना चाहिए। अब तक आपने जो नोट्स तैयार किए हैं, उनका रिविजन करें और एनसीईआरटी की किताबों पर ध्यान दें।

फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी के इन टॉपिक पर दें ध्यान

फिजिक्स: मॉडर्न फिजिक्स ऐंड सेमिकंडक्टर डिवाइसेज, मैगनेटिजम ऐंड मैटर, करेंट इलेक्ट्रिसिटी, न्यूटन लॉज सिस्टम ऑफ पार्टिकल्स ऐंड रोटेशन मोशन

केमिस्ट्री: केमिकल बॉन्डिंग ऐंड मॉलक्युलर स्ट्रक्चर, एस ऐंड पी ब्लॉक एलिमेंट्स, इक्विलिबिरियम, केमिकल काइनेटिक्स, डी ऐंड एफ ब्लॉक एलिमेंट्स

बायॉलजी: बायॉलजिकल क्लासिफिकेशन, प्लांट किंगडम, ऐनिमल किंगडम, सेल, ह्यूम हेल्थ ऐंड डिजीज, इकोसिस्टम, प्रिंसिपल ऑफ इन्हेरिटेंस ऐंड वैरिएशन, ह्यूमन रिप्रोडक्शन

परीक्षा स्थगित करने की मांग
देश भर में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए सीबीएसई और आईसीएसई की 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। सीटेट की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। अब जेईई मेन और नीट को भी स्थगित करने की मांग उठ रही है। लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है।

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JEE Main Important Topics 2020: ये हैं बहुत अहम टॉपिक, ढंग से कर लें तैयारी

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सीबीएसई और आसीएसई के 10वीं एवं 12वीं क्लास के एग्जाम को रद्द होने और सीटेट की परीक्षा स्थगित होने के बाद अब जेईई मेंस और नीट को भी स्थगित करने की मांग की जा रही है। एक कमिटी भी गठित कर दी गई है। अगर परीक्षा टल जाती है तो छात्रों के पास और समय रहेगा जिसमें वह अपनी तैयारी को और बेहतर कर सकते हैं। अभी छात्रों को कुछ खास टॉपिक पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए जिससे बड़ी संख्या में सवाल पूछे जाते हैं। आज हम तीनों विषयों यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के ऐसे ही टॉपिक के बारे में बताएंगे।

फिजिक्स
इलेक्ट्रोस्टैटिक्स-यह एक लेंदी टॉपिक है लेकिन आसान है। हर साल इस टॉपिक से 3 से 4 सवाल पूछे जाते हैं।

करंट इलेक्ट्रिसिटी- वैसे तो यह छोटा टॉपिक है लेकिन स्कोरिंग है। जेईई मेन के एग्जाम में इससे अकसर सवाल पूछे जाते हैं।

इलेक्ट्रो मैग्नेटिक इंडक्शन और आल्टरनेटिंग करंट-यह भी आसान टॉपिक है और जेईई मेन के लिए एक अहम टॉपिक है। हर साल इन दो टॉपिकों से एक से दो सवाल पूछे जाते हैं।

मैगनेटिजम-जेईई मेन के लिए यह एक अहम टॉपिक है। आमतौर पर अच्छी तादाद में इससे सवाल पूछे जाते हैं।

ऑप्टिक्स-ऑप्टिक्स भी जेईई मेन के लिए बहुत अहम टॉपिक है।

मॉडर्न फिजिक्स-जेईई मेन के लिए यह काफी अहम टॉपिक है। हर साल जेईई मेन में इस टॉपिक से 12 से 16 नंबर के सवाल पूछे जाते हैं।

केमिस्ट्री
आवर्त सारणी के तत्व और रासायनिक बंधन जेईई मेन के लिए काफी अहम टॉपिक हैं। ये दो टॉपिक पर आपकी मजबूत पकड़ होनी चाहिए। इनऑर्गैनिक केमिस्ट्री की ठोस बुनियाद बनाने में ये अहम भूमिका निभाते हैं।

हाइड्रोजन और एस एवं पी ब्लॉक के तत्व भी जेईई मेन के लिए बहुत ही अहम टॉपिक हैं। आपको विभिन्न एसिड जैसे फास्फोरस, सल्फर, क्लोरीन, नाइट्रोजन, नाइट्रोजन ऑक्साइड, बोरोन और अल्युमिनियम के डायमर्स, ऑक्साइड आदि के स्ट्रक्चर को ढंग से क्लियर कर लेना चाहिए।

फिजिकल केमिस्ट्री
फिजिकल केमिस्ट्री का सबसे अहम टॉपिक मोल कॉन्सेप्ट है। कई रिएक्शंस जैसे रेडॉक्स रिएक्शन मोल कॉन्सेप्ट पर आधारित होते हैं। इसलिए इस टॉपिक पर मजबूत पकड़ होनी चाहिए।

अटॉमिक स्ट्रक्चर से संबंधित फॉर्म्युला और बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर होना चाहिए। जेईई मेन में इस चैप्टर से अकसर सवाल पूछे जाते हैं। इस चैप्टर में अहम टॉपिक हैं क्वॉन्टम नंबर्स, वेवलेंथ ऑफ इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजिशन और आइयोनाइजेशन एनर्जी।

गैसीय अवस्था और ठोस अवस्था भी जेईई मेन 2020 के लिए अहम टॉपिक हैं। इन टॉपिकों से जुड़े बुनियादी कॉन्सेप्ट क्लियर होने चाहिए।

मैथ्स
जेईई मेन के मैथमेटिक्स सेक्शन में सभी चैप्टर से समान रूप से सवाल पूछे जाते हैं। इसमें 15 चैप्टर्स हैं और सभी समान रूप से अहम हैं।

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